काशी को ऑर्गेनिक फॉर्मिंग का हब बनाने की तैयारी, कमिश्नर ने अफसरों को दिया टारगेट

ऑर्गेनिक फार्मिंग पर जोर देते हुए कमिश्नर ने सेवापुरी ब्लाक को ऑर्गेनिक खेती में मॉडल बनाने का सुझाव दिया है। इसके लिए एफपीओ को प्रोत्साहित करने की तैयारी की जा रही है। यही नहीं जिले के 17 गांवो में 70 किसान खेतों में शहद उत्पादन के कार्य कर रहे हैं।

Update: 2021-02-17 13:58 GMT
काशी को ऑर्गेनिक फॉर्मिंग का हब बनाने की तैयारी, कमिश्नर ने अफसरों को दिया टारगेट

वाराणसी। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए बनारस में विशेष कोशिश की जा रही है। अब ऑर्गेनिक फॉर्मिंग की बदौलत किसानों को उन्नत बनाने पर जोर दिया जा रहा है। ऑर्गेनिक फार्मिंग पर जोर देते हुए कमिश्नर ने सेवापुरी ब्लाक को ऑर्गेनिक खेती में मॉडल बनाने का सुझाव दिया है। इसके लिए एफपीओ को प्रोत्साहित करने की तैयारी की जा रही है। यही नहीं जिले के 17 गांवो में 70 किसान खेतों में शहद उत्पादन के कार्य कर रहे हैं। इन गांव को ऑर्गेनिक खेती में बदलने पर बल दिया गया। ताकि वहां उत्पादित शहद स्वतः आर्गेनिक होगा। ऑर्गेनिक खेती का सर्टिफिकेशन अब जनपद में ही एपीडा द्वारा दिया जाना अधिकृत हो गया है।

गंगा किनारे पर्यटन को बढ़ावा देने की कोशिश

गंगा किनारे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी जिला प्रशासन लगातार कोशिश कर रहा है। इसके तहत गंगा के दूसरे छोर पर टेंट सिटी बसाने की तैयारियों को तेज कर दिया गया है। गोदौलिया से दशाश्वमेध तथा गोदौलिया से मैदागिन रोड को गौरव पथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। वेंडरों का स्वनिधि योजना में डेटाबेस बन चुका है। इनकी आर्थिक सहायता से लाभान्वित कर आर्थिक सुदृढ़ता बनाया गया।

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वर्तमान में संचालित योजनाओं को हर हाल में इसी साल दिसंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए गए। पर्यटन विभाग की सीर गोवर्धन के प्रोजेक्ट की बाधाएं दूर कराने की कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया। वाराणसी में टेंट सिटी बनाने हेतु प्रारंभिक तौर पर एक रूपरेखा बनाई गई है। इसमें और विस्तार से कार्य योजना बनाने को कहा गया। यही नहीं रामनगर से पड़ाव के बीच गंगा के समानांतर सड़क विकसित करने की भी तैयारी चल रही है।

कमिश्नर ने परखी इन योजनाओं की हकीकत

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने अधिकारियों के साथ वाराणसी में आगामी समय में विकास, पर्यटन, जनोपयोगिता की दृष्टि से कार्यों के संभावनाओं पर चर्चा की और उन में प्रारंभिक रूपरेखा बनाने को कहा। जिसमें इंटीग्रेटेड टर्मिनल काशी स्टेशन पर, सारनाथ में रिंग रोड तक फोरलेन कनेक्टिविटी बाई रोड, वाराणसी में विभिन्न शहरों से आने वाली सड़कों को बाबतपुर-वाराणसी शहर की सड़क की तर्ज पर विकसित करने, चांदपुर इंडस्ट्रियल एरिया की इंटरलॉकिंग, वॉल पेंटिंग, डोर टू डोर क्लीनिंग, फसाड लाइटिंग आदि से मॉडल एरिया बनाने, अस्सी घाट से रविदास घाट के मध्य घाटों का जीर्णोद्धार तथा ट्रामा सेंटर तक अच्छी कनेक्टिविटी देना शामिल है।

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