UP News: यूपी में शुरू पल्स पोलियो अभियान, मेरठ व सोनभद्र में बच्चों को पिलाई गई खुराक

UP News Today: यूपी में पल्स पोलियो का अभियान की शुरूआत हुई। इस अभियान में मेरठ में 2249 व सोनभद्र में 1092 बूथों पर बच्चों को खुराक पिलाई गई।

Report :  Sushil Kumar
Update: 2022-09-18 13:14 GMT

पल्स पोलियो अभियान में खुराक पिलाते हुए अधिकारी। 

UP News Today: पल्स पोलियो की दवा सुरक्षित और असरदार है। इसके प्रति मिथक और भ्रांतियों के कारण पड़ोसी देश पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पोलियो का उन्मूलन नहीं हो सका, जबकि भारत में पोलियो उन्मूलन संभव हो गया । चूंकि पड़ोसी देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं, इसलिए एहतियातन भारत के भी हर शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चे को पोलियो से पूर्ण प्रतिरक्षित किया जाना अनिवार्य है। इसलिए प्रत्येक अभिभावक का दायित्व है कि वह अपने पाल्यों को पोलियो की दवा अवश्य पिलाएं।

19 से 23 सितंबर पिलाई जाएंगी पोलियो की दवा

उक्त बातें राजेन्द्र अग्रवाल, राज्य सभा सांसद डा. लक्ष्मी कांत वाजपेयी (Rajya Sabha MP Dr. Laxmi Kant Vajpayee) व एमएलसी अश्वनी त्यागी (MLC Ashwani Tyagi) ने नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र पुलिस लाइन, नगंला बटटू व राजेन्द्र नगर से पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करते हुए कहीं । उन्होंने बताया कि 19 से 23 सितंबर तक घर.घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम पोलियो की दवा पिलाएंगी।

अभियान को सफल बनाने के लिए अधिकारियों को भेजे गए पत्र: DM

जिला अधिकारी दीपक मीणा (District Magistrate Deepak Meena) ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय की तरफ से समस्त उप जिलाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग, आईसीडीएस, जिला पूर्ति अधिकारी, नगर निकायों से संबंधित अधिकारियों और जिला पंचायती राज अधिकारी को पत्र भेजे गये हैं। इस पत्र के जरिये दिये गये दिशा.निर्देशों के अनुसार स्कूलों में बूथ दिवस पर रैलियां निकाली गयी हैं और पल्स पोलियो अभियान के प्रति जागरूकता के संदेश दिये गये । आईसीडीएस विभाग से कहा गया है कि आंगनबाड़ी केंद्रों के तीन से पांच वर्ष तक के बच्चों को केंद्र पर दवा पिलवाएं, जबकि तीन वर्ष से कम आयु के बच्चों के माताओं को प्रेरित कर दवा पिलाई जाए। राजस्व विभाग,आपूर्ति विभाग, पंचायती राज विभाग और नगर निकाय से जुड़े लोगों से इंकारी परिवारों को प्रेरित कर उनके बच्चों को पोलियों की दवा पिलवाने को कहा गया है।

पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल: CMO

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा अखिलेश मोहन (Chief Medical Officer Dr. Akhilesh Mohan) ने बताया कि पोलियो का टीका नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है। पल्स पोलियो का ड्रॉप जन्म के समय ही दिया जाता है। इसके अलावा छह, दस और चौदह सप्ताह पर भी यह ड्रॉप पिलाया जाता है। इसकी बूस्टर खुराक सोलह से चौबीस महीने की आयु में भी दी जाती है। भारत सरकार के नेशनल हेल्थ पोर्टल पर 23 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक पोलियो के दो सौ संक्रमणों में से एक संक्रमण अपरिवर्तनीय पक्षाघात आमतौर पर पैरों में बदल जाता है। ऐसे पक्षाघात पीड़ित में से पांच से दस फीसदी की मौत हो जाती है। ऐसे में इस जटिल बीमारी के प्रति संपूर्ण प्रतिरक्षण अति आवश्यक है।

2249 बूथों पर पिलाई गई पोलियो की दवा: CMO

सीएमओ ने बताया कि जिले में रविवार को आयोजित 2249 बूथ दिवस पर बूथों पर पोलियो की दवा पिलाई गई। उद्घाटन के अवसर पर मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डा अशोक तालियान, डीआईओ डा प्रवीण गौतम, डा. जावेद, डा. सुधीर चौधरी, डा श्याम सुंदर लाल, डा कांति प्रसाद,डा अंकुर त्यागी, डा ऋचा गुप्ता समेत विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ और यूएनडीपी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

स्वस्थ है डौली निवासी पुलिस लाइन का सरकारी टीकों में पूर्ण विश्वास है। उनका बड़ा बेटा चार साल है। उनका कहना है कि उन्होंने अपने दोनों बच्चों को पोलियो की सभी ड्रॉप पिलवाई है और सभी प्रकार के टीके सरकारी टीकाकरण केंद्र से ही लगवाए हैं। इससे उनके दोनों बच्चे स्वस्थ हैं। पोलियो के ड्रॉप के कारण कभी भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा। टीका लगने के बाद बुखार आता है जो सामान्य प्रभाव है। बच्चों को बुखार की दवा दी जाती है और वह ठीक हो जाते हैं। सभी लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की दवा अवश्य पिलानी चाहिए और नियमित टीकाकरण भी कराना चाहिए।

अभियान एक नजर में

  • कुल लक्षित गांव व मोहल्ले.7,58320
  • लक्षित लाभार्थी बच्चे. 5,57170
  • पर्यवेक्षक. 449
  • गृह भ्रमण टीम. 1399
  • ट्रांजिट टीम. 240
  • मोबाइल टीम. 77
  • सुशील कुमार मेरठ

वहीं, सोनभद्र में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान के तहत रविवार को 1092 बूथों पर लगभग 2 लाख बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई गई। शेष बच्चों के लिए सोमवार से डोर टू डोर अभियान चलाए जाने का निर्णय लिया गया। यह अभियान 23 सितंबर तक चलाया जाएगा। फिलहाल जिले में तीन लाख 17 हजार 939 बच्चों को पोलियारोधी खुराक पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अभियान के दौरान किसी तरह की दिक्कत या किसी खामी की स्थिति न आने पाए, इसके लिए 219 टीमें निगरानी में जुटी रहीं।

डीएम ने किया पल्स पोलियो प्रतिरक्षण महाभियान का शुभारंभ

डीएम चंद्रविजय सिंह (DM Chandravijay Singh) ने जिला अस्पताल में बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाकर पल्स पोलियो प्रतिरक्षण महाभियान का शुभारंभ किया। इसके साथ ही, जिले के सभी 1092 बूथों पर पोलियो रोधी खुराक पिलाने का कार्य किया गया। सभी जगह स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही, निगरानी के लिए टीमें बनी रहीं। डीएम ने बताया कि 18 से 23 सितंबर तक सघन पल्स पोलियों अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत पांच वर्ष तक के बच्चों को दो बूंद पोलियों की खुराक पिलायी जा रही है।

सभी अपने पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियों ड्राप अवश्य पिलाएं: DM

जनपदवासियों से अपील करते हुए डीएम से कहा कि सभी अपने पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियों ड्राप अवश्य पिलाएं। क्योंकि बेहतर स्वास्थ्य से ही अच्छे समाज की कल्पना की जा सकती है। बच्चे स्वस्थ रहेंगे, तभी आगे चलते बेहतर विकास और तरक्की अर्जित की जा सकेगी। सीएमओ डा. आरएस ठाकुर ने बताया कि डोर टू डोर जाकर पल्स पोलियो रोधी खुराक पिलाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की टीमें गठित कर दी गई हैं। 23 सितंबर तक डोर टू डोर पोलियोरोधी खुराक देने का अभियान जारी रहेगा। इस अभियान से एक भी बच्चा छूटने न पाए, इसके लिए सभी को जरूरी हिदायतें दे दी गई हैं।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. के कुमार, डाॅ. शंकर ने भी पोलियो रोधी खुराक को बच्चे की सुरक्षा के लिए जरूरी बताया। कहा कि इस अभियान से एक भी बच्चा छूटने न पाए, इसका ख्याल रखना सभी के लिए जरूरी है।

Tags:    

Similar News