चंदौली का लाल हुआ शहीद, हिमाचल में थी तैनाती, गांव में शोक का माहौल
Chandauli News: यूपी के चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव के ग्राम प्रधान के बड़े भाई सैनिक हरिद्वार यादव के शहीद होने की सूचना के बाद परिवार में कोहराम मच गया।
Chandauli News: यूपी के चंदौली जिले के बलुआ थाना क्षेत्र के हसनपुर गांव के ग्राम प्रधान के बड़े भाई सैनिक हरिद्वार यादव के शहीद होने की सूचना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। हालांकि की कैसे शहीद हुए हैं इसकी जानकारी परिजनों को भी नहीं है। शहीद के साथी द्वारा घर पर फोन किया गया कि हिमाचल के कांगड़ा में तैनात सैनिक हरिद्वार यादव शहीद हो गए हैं। इतनी जानकारी के बाद माता,पिता,भाई,पत्नी तथा बच्चों पर दुखों का पहाड़ टूट गया।
परिवार के सदस्य के मौत की सूचना के बाद परिजनों में हाहाकार मच गया। जहां वृद्ध माता-पिता के आंसू नहीं रुक रहे हैं,वहीं पत्नी अपने सहारे के लिए दहाड़े मार रही है तथा बच्चे भी पिता के मौत पर चिघ्घाड़ मार कर रो रहे हैं। शहीद होने की सूचना के बाद यह खबर आग की तरह फैल गई और लोग शहीद के घर की तरफ दौड़ पड़े। हालांकि अभी घटना कैसे घटी है इसकी सही जानकारी नहीं मिल पाई है।
परिजन भी कारण जानने में लगे हुए हैं। इस संबंध में शहीद सैनिक के भाई हसनपुर के ग्राम प्राधान राजेश यादव ने बताया है कि दोपहर लगभग 1:00 बजे मेरे भाई हरिद्वार यादव के साथ रहने वाले उनके मित्र ने फोन करके बताया है कि आपका भाई शहीद हो गए हैं।1995 मे सिंगल कीर से भारतीय सेना मे भर्ति हरिद्वार यादव जवान हुआ शहीद। शहीद हरिद्वार यादव वर्तमान मे हवलदार पद पर हिमाचल के कागडा जिले के धर्मशाला मे यूनिट 9-corps YOL camp पर तैनात थे।सैनिक हरिद्वार यादव के शहीद होने की जानकारी अभी तक अधिकारियों के पास नहीं पहुंची है, इसकी कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।
इस संबंध में चंदौली के जिलाधिकारी संजीव कुमार सिंह से भी संपर्क किया गया वही सकलडीहा एसडीएम अजय मिश्रा ने बताया कि सैनिक के शहीद होने की जानकारी उनके परिजनों से उन्हें मिली है अभी तक कोई भी उनके बटालियन से आधिकारिक सूचना नहीं आई है। अपने घर के लाल की शहीद होने की वजह पूरे परिवार के लोग बेसुध पड़े हुए हैं वहीं घटना किस स्थिति में घटी है इसकी जानकारी नहीं हो पाई है। हालांकि बताया जा रहा था कि सैनिक हरिद्वार यादव हिमाचल कांगड़ा से सैनिकों की एक टुकड़ी लेकर जम्मू-कश्मीर गए थे और वहां से लौटते समय राजौरी में आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गई।यह खबर एन आई द्वारा भी चलाई जा रही है।लेकिन अभी तक परिजन एवं अधिकारी कोई भी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे है।