Gorakhpur News: जर्मनी लौट कर देशवासियों को भोजपुरी सिखाएगा कैदी मैनफ्रेड, सात साल रहा जेल में
नशीला पदार्थ रखने के आरोप में गोरखपुर जेल में सजा काट रहा जर्मन कैदी मैनफ्रेड शेष सजा अपने देश में काटेगा। वह अब अपने देश के लोगों को भोजपुरी बोली भी सिखाएगा।
Gorakhpur News: नशीला पदार्थ रखने के आरोप में गोरखपुर जेल में सजा काट रहा जर्मन कैदी मैनफ्रेड शेष सजा अपने देश में काटेगा। वह बुधवार को दिल्ली पहुंच गया। गोरखपुर मंडलीय जेल सजा काटने वाला जर्मन कैदी भोजपुरी बोली सीख चुका है। वह अब अपने देश के लोगों को भोजपुरी बोली सिखाएगा।
जर्मन बैरेड मैनफ्रेड नशीले पदार्थ के साथ पकड़ा गया था। वह इस आरोप में सात साल से गोरखपुर जेल में बंद था। भारत और जर्मनी के बीच प्रत्यपर्ण संधि के तहत जर्मन कैदी को लाभ मिला है। गोरखपुर जेल में लंबे समय तक स्थानीय बंदियों के बीच रहते हुए मैनफ्रेड भोजपुरी भाषा बख़ूबी सीख लिया था। जेल में भी वह भोजपुरी में ही बंदियों से बोला करता था। मैनफ्रेंड ने कहा कि जर्मनी जाकर भोजपुरी सिखाऊंगा भोजपुरी में मिठास हैं।
नेपाल बॉर्डर पर पकड़ा गया था मैनफ्रेंड
जर्मनी के सजसेन निवासी बैरेंड मैनफ्रेंड को नशीले पदार्थ के साथ भारत-नेपाल सीमा पर अक्टूबर 2014 में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया गया था,जहां से नवंबर 2014 को उसे महराजगंज जेल भेजा गया था। प्रशासनिक आधार पर अक्टूबर 2015 को बैरेंड मैनफ्रेंड को गोरखपुर मंडलीय कारागार में ट्रांसफर कर दिया गया। यहीं पर रहते हुए 20 दिसम्बर 2018 को कोर्ट ने उसे दस साल कारावास और एक लाख रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई थी। बैरेंड मैनफ्रेंड अब तक साढ़े छह साल की सजा काट चुका है। बची हुई सजा वह अब जर्मनी के जेल में काटेगा।
अब बची सजा जेल में काटेगा मैनफ्रेंड
भारत और जर्मनी के बीच हुए प्रत्यर्पण संधि के तहत बैरेंड मैनफ्रेंड को उसके देश प्रत्यर्पण किया जा रहा। जर्मन दूतावास की पहल पर उसे शेष सजा जर्मनी की जेल में काटने की अनुमति मिली है। जहाँ वो बची सजा पूरी करेगा। मैनफ्रेड जेल से निकलते हुए जेलर प्रेंमसागर शुक्ल का विशेष धन्यवाद करते हुए सबको हाथ जोड़ते हुए अभिवादन किया। अपने देश वर्षों बाद लौटने की ख़ुशी ने मैनफ्रेंड जेल में थाली बजाकर डांस कर रहा था। उसके चेहरे पर खुशी साफ़ झलक रही थीं। मैनफ्रेड ने दो दिन पहले ही अपना समान पैक कर तैयार था सुबह से ही नहाने के बाद से ही जेल कर्मियों से जाने का समय पूछता ही रह रहा था।