काशी विश्वनाथ धाम: दीपों की जगमगाहट से चमकेगी शिव नगरी, लोकार्पण समारोह में लगेगा देशभर के संतों का जमावड़ा
Kashi Vishwanath Dham: काशी को वैसे भी सात वार नौ त्योहार की नगरी माना जाता है। ऐसे में काशीपुराधिपति के उत्सव को लेकर शहर के लोगों में जबर्दस्त उत्साह का माहौल दिख रहा है।
Kashi Vishwanath Dham: काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के मौके पर पूरी काशी (Kashi Vishwanath Dham Lokarpan Samaroha) में उत्सव सरीखा माहौल होगा। देवाधिदेव महादेव के धाम के लोकार्पण समारोह के लिए काशी में जबर्दस्त तैयारियां चल रही हैं और शहर से लेकर गांवों तक हर चौखट को दीपों से सजाने(Kashi Mein Deepotsav) की तैयारी है। लोकार्पण समारोह में सिर्फ राजनेताओं का ही नहीं बल्कि देशभर के संतों का भी जमावड़ा लगेगा।
इस समारोह में शंकराचार्य समेत देशभर के 251 संत हिस्सा लेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ धार्मिक नजरिए से भी इस आयोजन को बड़ा रूप देने की कोशिश में लगे हुए हैं और इसके लिए वे खुद देश के सभी शीर्ष संतों से संपर्क स्थापित कर रहे हैं।
काशी को वैसे भी सात वार नौ त्योहार की नगरी माना जाता है। ऐसे में काशीपुराधिपति के उत्सव को लेकर शहर के लोगों में जबर्दस्त उत्साह का माहौल दिख रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर का स्वर्ण शिखर नई आभा से दमकने लगा है और लोकार्पण के दिन बाबा के आंगन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस स्वर्ण शिखर को निहारेंगे। धाम क्षेत्र में ही वे देशभर से आए संतों के संग संवाद और धार्मिक चर्चा भी करेंगे। लोकार्पण समारोह के साथ ही काशी में तीन दिवसीय दीपोत्सव (Kashi Mein Deepotsav) की शुरुआत भी होगी।
संतों से खुद संपर्क साध रहे सीएम योगी
Kashi Vishwanath Dham Lokarpan Samaroha
काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण समारोह सोमवार 13 दिसंबर को होना है मगर शनिवार से ही देश के विभिन्न हिस्सों से संतों का आगमन शुरू हो जाएगा। समारोह को भव्य रूप प्रदान करने के लिए सनातन धर्म के सभी संप्रदायों से जुड़े लोगों को आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में व्यक्तिगत पहल की है और वे खुद देश के सभी शीर्ष संतों से संपर्क स्थापित कर रहे हैं।
समारोह में देश के शीर्षस्थ धार्मिक आचार्य और संत हिस्सा लेंगे। आयोजन में हिस्सा लेने वालों में शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती, श्रीराम जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, अवधेशानंद महाराज, महंत कमल नयन दास, रामभद्राचार्य महाराज, राजकमल दास वेदांती महाराज, साध्वी ऋतंभरा और साध्वी प्रज्ञा शामिल हैं।
इन धार्मिक आचार्यों और संतों के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों से करीब 200 और संत समारोह में हिस्सा लेने के लिए काशी पहुंचेंगे। आयोजन में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या से 23 और काशी से संन्यासी और बैरागी समाज के 47 संतों को भी आमंत्रण भेजा गया है।
संतों के साथ संवाद करेंगे पीएम
लोकार्पण समारोह के मौके पर प्रधानमंत्री ललिता घाट से हाथ में गंगाजल लेकर पूर्वी द्वार से विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। बाबा विश्वनाथ के पूजन और अभिषेक के बाद एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम संतों के साथ संवाद का भी है।
प्रधानमंत्री मोदी स्वर्ण शिखर के सामने मंदिर चौक पर बैठकर देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले संतों के साथ संवाद करेंगे। बैठने की व्यवस्था इस तरह की जा रही है कि सभी का मुंह बाबा विश्वनाथ मंदिर के स्वर्ण शिखर की ओर ही होगा। यहां पर बैठकर पीएम मोदी और देश भर से आए हुए संत स्वर्ण शिखर को निहारेंगे।
काशी में तीन दिवसीय दीपोत्सव
Deepotsav in Kashi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों बाबा विश्वनाथ के धाम के लोकार्पण के साथ ही काशी में तीन दिवसीय दीपोत्सव (Kashi Mein Deepotsav) की शुरुआत भी होगी। लोकार्पण के बाद काशी में दीपावली सरीखा नजारा दिखेगा। लोग अपने घरों में दीपक जलाकर भगवान शिव का आह्वान करेंगे। शहर के विभिन्न घरों और गांवों में इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
शहर के सभी चौराहों की सजावट की जा रही है और यह काम अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। लोकार्पण से पहले ही काशी के सभी प्रमुख चौराहों को बिजली की झालरों से भव्य रूप से सजाया गया है। लहुराबीर, कचहरी, मलदहिया सहित शहर के विभिन्न चौराहों पर बिजली की जबर्दस्त सजावट की गई है।
अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती का कहना है कि काशी में विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किसी महोत्सव से कम नहीं है क्योंकि बाबा भोलेनाथ जन-जन के आराध्य हैं।
उन्होंने कहा कि काशी वैसे भी काफी उत्सव धर्मी शहर रहा है। इसलिए काशी वासियों के पास अपने आराध्य के धाम के लोकार्पण समारोह को यादगार बनाने का अवसर है। उन्होंने काशी के लोगों से अपील की है कि लोकार्पण समारोह के मौके पर सभी अपने घरों की चौखट पर दीप जलाकर शिव दीपोत्सव को और भव्य रूप देने की कोशिश करें।