Kashi Vishwanath Mandir: जानिए पहले से कितना बदल गया काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण, गंगा घाट से सीधे कर सकेंगे दर्शन

Kashi Vishwanath Mandir: आइए जानते है कि पहले से कितना बदल गया काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण...

Written By :  Rakshita Srivastava
Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-12-10 09:30 GMT

काशी विश्वनाम (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Kashi Vishwanath Mandir: काशी विश्वनाथ मंदिर को एक नवीन (naya kashi vishwanath mandir) अंदाज में पेश किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ मंदिर का अब आपको एक अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा। बाबा काशी विश्वनाथ का मंदिर एकदम से बदल दिया गया है। मंदिर का प्रांगण पूरे 57 हजार स्क्वायर फिट में बनाया गया है।

काशी विश्वनाथ मंदिर Wiki (kashi vishwanath mandir Wiki)

वहीं, बात करें अगर पहले के काशी विश्वनाथ मंदिर की तो पहले आपको गली-गली होकर दर्शन करने जाना होता था। साथ ही बहुत भीड़ भी हो जाती थी, जिसके चलते भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) को बहुत भव्य बना दिया गया है।

60 फिट ऊंचा है ध्वज

मंदिर एक बहुत बड़े प्रागंण में बना है,जो कि देखने लायक है। मंदिर के अंदर ध्वज 60 फिट ऊंचा है, वो इस प्रांगण का सबसे ऊंचा ध्वज है। दर्शन करने आए भक्तों का कहना है कि पहले जब वह दर्शन करने आते थे तो बाबा भोलेनाथ के दर्शन सही तरह से नहीं हो पाते थे। लेकिन अब मंदिर का प्रांगण इतना बड़ा हो गया है कि आराम से दर्शन हो जाते हैं। साथ ही अब बाबा भोलेनाथ (baba bholenath) का जलाभिषेक भी आसानी से कर सकते हैं।

मंदिर को दिया गया खुबसूरत रूप

पहले जहां आपको सिर्फ बाबा भोलेनाथ के ही दर्शन बहुत मुश्किल से हो पाते थें। वहीं अब मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही आपको भुवनेश्वर जी और तारकेश्वर जी के भी दर्शन करने को मिलेंगे। अगर पहले की बात करें तो यह मंदिर पहले दिखते ही नहीं थे। अब उन्हीं मंदिरों को एक खुबसूरत रूप दे दिया गया है।

काशी विश्वनाथ का रास्ता (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

गंगा घाट से किया गया कॉरिडोर का निर्माण

अब आपको मंदिर परिसर से ही गंगा मां के दर्शन हो सकते हैं। जहां पहले गंगा मां 2 किलोमीटर की दूरी पर हुआ करती थी, अब वह 350 मीटर के दूरी पर ही है। गंगा घाट (Ganga Ghat varanasi) से सीधे कॉरिडोर का निर्माण किया गया है। जिससे आप घाट से सीधे मंदिर परिसर (kashi vishwanath ganga ghat) में आकर काशी विश्वनाथ भगवान के दर्शन कर सकते हैं।

24 भवन किए गए हैं तैयार

वहीं अगर बात करें मंदिर प्रांगण के नक्काशी की तो वह बेहद की खुबसूरत तरीके से की गई है। मंदिर प्रांगण में 24 भवन बन के तैयार हैं। जिसमें यात्रीनिवास, भोगसाला, गैलरी, वाराणसी गैलरी, म्यूजिम बनाए गए हैं। मंदिर के अंदर चार प्रमुख गेट बनाए गए हैं। इन्हीं चार गेटों से भक्त बाबा भोलेनाथ के दर्शन करने आएंगे। लगभग 57हजार वर्ग मीटर में पूरा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाया गया है।

अब होगी टिकट की सुविधा

काशी विश्वनाथ के प्रांगण में जाने के लिए अब आपको टिकट (kashi vishwanath ticket) लेना होगा। कॉरिडोर में कई भवनों का निर्माण किया गया है, जिसके लिए टिकट की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

पहले मंदिर परिसर कंजेस्टेड था

वहां आए भक्तों का कहना है कि अब बाबा भोलेनाथ के दर्शन काफी आराम से हो सकते हैं। क्योंकि पहले यह जगह बहुत भीड़ भाड़ से भरी रहती थी, काफी कंजेस्टेड थी। अब मंदिर परिसर में जगह ही जगह हो गई हैं जिससे लोग आसानी से दर्शन कर सकेंगे।

काशी विश्वनाथ की गलियां (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

लाखों की संख्या में आ सकतें है भक्त

लोगों का कहना है कि अब मंदिर बहुत ही भव्य बन गया है। पहले बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए गलियों से होकर जाना पड़ता था।लेकिन अब गंगा घाट से सीधे कॉरिडोर का निर्माण कर दिया गया है। जो सीधे बाबा विश्वनाथ के धाम में आएगा। जिससे दर्शनाथी बहुत ही खुश हैं। जहां पहले एक समय में हजारों की संख्या में ही भक्त अंदर जा पाते थे, वहीं, अब लाखों की संख्या में जा सकेंगे।

दर्शन करने में है काफी सुविधा

केरला से आए एक भक्त ने बताया कि पहले की अपेक्षा अब बहुत सुविधा हो गई है। मंदिर बहुत ही भव्य बन गया है। लोगों का कहना है कि दर्शन करने आए लोगों के लिए काफी सुविधा हो गई है।

प्रांगण में दुकानें खोलने की मिली सुविधा

वहां के दुकानदार ने बताया कि कॉरिडोर को निर्माण होने से उन लोगों को काफी सुविधा हो गई है। उन्होंने बताया कि मंदिर प्रांगण में भी कुछ दुकानदारों को दुकानें खोलने की सुविधा दी गई है। साथ ही उनका कहना है कि कॉरिडोर का निर्माण होने से भक्तों की भी काफी भीड़ होगी। जिससे हमें काफी फायदा भी मिलेंगा।

13 दिसंबर को है उद्घाटन

बता दें कि 400 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले काशी विश्वनाथ धाम की शुरूआत मार्च 2019 में की गई थी, जो कि अब बनके लगभग तैयार हो चुका है। जिसका उद्घाटन खुद पीएम नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को करने वाले है। कॉरिडोर के उद्घाटन का कार्य जोरो शोरों से चल रहा है।

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