Maha Shivratri 1 march 2022 varanasi : महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में भव्य तैयारियां, गंगा द्वार से भी मिलेगा श्रद्धालुओं को प्रवेश

Maha Shivratri 1 march 2022 varanasi महाशिवरात्रि के मौके पर प्रशासन द्वारा वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के लिए प्रशासन की ओर से पूरा प्रबंध कर लिया गया है। इस बार भक्तों के लिए मंदिर का कपाट 3:30 बजे खोल दिए जाएंगे।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Bishwajeet Kumar
Update: 2022-02-28 16:02 GMT

काशी विश्वनाथ धाम (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया) 

Maha Shivratri 1 march 2022 varanasi महाशिवरात्रि (Maha Shivratri 2022) के मौके पर बाबा विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) के दरबार में भक्तों के लिए जोरदार तैयारियां की गई हैं। पिछले साल 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के लोकार्पण के बाद बाबा के दरबार में कई व्यवस्थाएं पहली बार की गई है। इस बार गंगा घाट की ओर से भी विश्वनाथ धाम में भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। सोमवार को मंगला आरती के बाद ही बाबा के धाम को भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा और बाबा लगातार 44 घंटे तक अपने भक्तों को दर्शन देंगे।

भक्तों की अपार भीड़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन की ओर से तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। बाहर से भक्तों का काशी पहुंचना शुरू हो गया है। माना जा रहा है कि सोमवार को लाखों भक्त बाबा के दरबार में मत्था टेकने के लिए पहुंचेंगे। बाबा का गर्भगृह स्वर्णिम स्वरूप में साकार हो चुका है और रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भी बाबा विश्वनाथ का अभिषेक करने के बाद स्वर्णिम स्वरूप को जीभर कर निहारा।

गर्भगृह में पूजन सामग्री ले जाने की अनुमति नहीं

महाशिवरात्रि के मौके पर गर्भ ग्रह के भीतर पूजन सामग्री ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके लिए गर्भ गृह के गेट पर ही पात्र रखे गए हैं और भक्तों को इसी में पूजन सामग्री डालनी होगी। मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों पर बड़े-बड़े पात्र रखे गए हैं और माला-फूल और पूजन सामग्री आदि इन पात्रों में ही अर्पित करनी होगी। श्रद्धालुओं को केवल पात्र में ही जल या दूध लेकर जाने की अनुमति होगी और इसे मंदिर के बाहर रखे पात्र में ही अर्पित करना होगा। मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही भक्तों की पूजन सामग्री को प्रसाद के रूप में बैठने की व्यवस्था की गई है।

गंगा घाट से भी मिलेगा भक्तों को प्रवेश

गंगा घाट की तरफ से भी मंदिर का प्रवेश द्वार भक्तों के लिए खुला रहेगा। ललिता घाट से गंगाजल लेने के बाद भक्त बाबा के धाम में प्रवेश कर सकेंगे। गंगा घाट से बाबा विश्वनाथ के प्रवेश द्वार को भक्तों के लिए हाल ही में खोला गया है। इसके जरिए प्रशासन को भीड़ को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी। महाशिवरात्रि के मौके पर ऑनलाइन ऐप के जरिए भी बाबा का दर्शन पा सकेंगे। इस ऑनलाइन ऐप का संचालन मंदिर प्रशासन की ओर से किया जा रहा है। इस ऐप के जरिए भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा संबंधी व्यवस्था करने की भी तैयारी है।

महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा के दरबार तक पहुंचने के लिए भक्तों की काफी लंबी-लंबी लाइनें लगा करती हैं। लाइन में लगने वाले भक्तों को बाबा का दर्शन सुलभ कराने के लिए 50-50 मीटर पर बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था भी की गई है ताकि कतार में लगे भक्तों को भी बाबा का दर्शन होता रहे।

मंगला आरती के बाद खुल जाएंगे पट

महाशिवरात्रि के मौके पर शिव काशी विश्वनाथ मंदिर के पट एक मार्च को तड़के मंगला आरती के बाद खोल दिए जाएंगे और 2 मार्च को रात में शयन आरती के बाद ही मंदिर के पट को बंद किया जाएगा। आरती के दौरान भी श्रद्धालु बाबा का झांकी दर्शन करते रहेंगे। मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि मंगलवार को महाशिवरात्रि के दिन भर में मंगला आरती 2:15 बजे शुरू हो जाएगी और 3:15 बजे समाप्त होगी। 3:30 बजे मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।

उन्होंने बताया कि मंदिर प्रशासन की ओर से भक्तों की सुविधा के लिए काफी तैयारियां की गई हैं। काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के बाद से ही मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ता रहा है और माना जा रहा है कि इस बार महाशिवरात्रि के मौके पर बाबा के दरबार में भक्तों की अपार भीड़ पहुंचेगी।

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