Varanasi News: बाढ़ से त्राहिमाम कर रही है धर्मनगरी, शहर के बिगड़े हालात

वाराणसी में गंगा नदी खतरे के निशान से उपर बह रह है। आसपास के इलाकों में पानी घुस चुका है। एनडीआरएफ की टीम मौजूद है..

Report :  Ashutosh Singh
Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-08-10 12:58 GMT

बनारस के घाट पर पहुंचा पानी

Varanasi news: धर्मनगरी वाराणसी बाढ़ के कहर से जूझ रही है। गांव से लेकर शहर तक लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। दरअसल वाराणसी पर बाढ़ की दोहरी मार पड़ी है। एक तरह शहर के दक्षिणी छोर पर गंगा का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है तो दूसरी ओर उत्तरी छोर पर वरुणा नदी का पानी उफ़ना रहा है। दोनों नदियों के बीच बनारस की जनता बेबस बनी हुई है। नदियों के तटवर्ती इलाके पूरी तरह पानी में समा चुके हैं। अगले चौबीस घंटे बनारस के लिए भारी पड़ सकते हैं, क्योंकि भारी बारिश की आशंका व्यक्त की जा रही है।


लोगों के घरों में घुसा पानी


बाढ़ से हजारों लोग हुए बेघर

बाढ़ कि त्रासदी का आलम ये है कि एक बड़ी आबादी मुश्किलों से घिर गई है। बाढ़ की वजह से हजारों को बेघर हो चुके हैं। लोग घरों को छोड़कर दूसरी जगहों पर जा रहे हैं तो बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अपने घरों कि छतों पर ही डेरा जमाये हुए हैं। वहीं दूसरी ओर हजारों की संख्या में लोगों ने बाढ़ राहत कैम्पो में शरण ले रखी है। लेकिन यहाँ भी बेहतर इंतजाम नहीं है। फिलहाल वाराणसी में दो सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गंगा का पानी बढ़ रहा है।


एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद 

गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण सामनेघाट की कॉलोनियों की ओर गंगा बढ़ने लगी हैं। नगवां से लेकर सामनेघाट, मलहिया, रमना तक पानी घुस गया है। लोग राहत शिविरों में पहुंचने लगे हैं। वहीं कुछ लोगों ने अपने परिवार को गांव या रिश्तेदारों के घर सुरक्षित पहुंचा दिया है। नगवां गंगोत्री विहार लेन नंबर एक, संगमपुरी, महेश नगर के निचला हिस्सों में पानी घुस गया।

एनडीआरएफ कर रही पेट्रोलिंग


पेट्रोलिंग करती एनडीआरएफ की टीम


सामनेघाट ज्ञानप्रवाह नाले में पानी लगातार बढ़ने के कारण मारुति नगर, हरिओम नगर, गायत्री नगर और छित्तूपुर के पूर्वी भाग में रहने वाले लोग परेशान हो गए हैं। इन बाढ़ग्रस्त इलाके में एनडीआरएफ के जवान लगातार नाव से पेट्रोलिंग कर बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं। पिछले चौबीस घंटे से रुक रुक कर हो रही बारिश ने बाढ़ के खतरे को और बढ़ा दिया है। गंगा और वरुणा का पानी अब आबादी वाले इलाकों में घुसने लगा है। वहीं दूसरी ओर बाढ़ की वजह से शवदाह करने में भी लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के चलते लकड़ियों के दम में भी चार गुने का इजाफा हो गए है।

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