Varanasi News: काशी में शिवभक्तों की राह होगी आसान, अब रोप वे से पहुंचेंगे बाबा दरबार
वाराणसी में अगले कुछ महीनों में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तैयार हो जायेगा। शिवभक्त बाबा दरबार तक अब तीन रास्तों थल, जल और नभ से होकर पहुंचे सकेंगे।
Varanasi News: उत्तर प्रदेश के जनपद वाराणसी में अगले कुछ महीनों में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तैयार हो जायेगा। शिवभक्त बाबा दरबार तक अब तीन रास्तों थल, जल और नभ से होकर पहुंचे सकेंगे। दरअसल, कॉरिडोर तक शिव भक्तों की पहुंच आसान हो, इसके लिए प्रदेश सरकार पांच किमी लम्बा रोप वे बनाने जा रही है। इससे ना सिर्फ शिव भक्तों को जाम से छुटकारा मिलेगा बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
दरअसल, दिन हो या रात, वाराणसी की सड़कों पर कुछ जाम के हालात बने रहते हैं। गाड़ियां तो छोड़िए, पैदल चलना भी पहाड़ पार करना सरीखा लगता है। लेकिन अब ये तस्वीर बदलने वाली है। ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित हो रही वाराणसी के विकास में एक और नया अध्याय जुड़ने वाला है। कैंट से गोदौलिया के बीच प्रस्तावित रोपवे का पायलट प्रोजेक्ट की जल्द शुरुआत होने जा रहीं है। पांच किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर 424 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
कैंट से गोदौलिया के बीच में रोपवे परियोजना में चार स्टेशन बनाए जाएंगे
कैंट से गोदौलिया के बीच पांच किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना में चार स्टेशन बनाए जाएंगे। कैंट स्टेशन से इसकी शुरुआत होगी और साजन तिराहा, रथयात्रा पर ठहराव के विकल्प के बाद गोदौलिया पर अंतिम स्टेशन होगा। अनुमान है की प्रतिदिन सात से 10 हजार यात्रियों को इससे लाभ होने की उम्मीद है। माना जा रहा है कि इस परियोजना से शहर के विभिन्न मार्गों पर जाम की समस्या का निदान हो जाएगा।
रोप वे बनने से जाम की समस्या से मिलेगी निजात
अभी तक शिवभक्त सड़क और गंगा के रास्ते ही मंदिर तक पहुंचते थे। इस दौरान भक्तों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। लेकिन रोप वे बनने से जाम की समस्या काफ़ी हद तक दूर हो जाएगी। जिला प्रशासन की इस परियोजना से शिव भक्त भी खुश हैं। माना जा रहा है कि इसी साल बनारस को रोपवे की सौगात मिल जाएगी। विधानसभा चुनाव के पहले पीएम नरेंद्र मोदी इसकी आधारशीला रख सकते हैं।