Airport News: लखनऊ एयरपोर्ट पर एनडीआरएफ टीम ने किया रेडियोलॉजिकल आपात का मॉक ड्रिल
Airport News: इस अभ्यास में लखनऊ हवाई अड्डे पर सीआईएसएफ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राज्य की अग्निशमन टीमें, सभी एयरलाइंस और यूपी पुलिस के अधिकारी शामिल थे।
Airport News: चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर होने वाली संभावित रेडियोलॉजिकल आपात स्थितियों को देखते हुए एक निर्धारित स्टिमुलेटेड मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। कृत्रिम विकिरण की सूचना एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और नरोरा पावर स्टेशन मिला इसके बाद एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और एसडीआरएफ की टीमें हरकत में आई और रेडियोधर्मी स्त्रोत को सुरक्षित किया।
सीसीएसआई एयरपोर्ट के प्रवक्ता ने बताया कि, "अनिवार्य रेडियोलॉजिकल इमरजेंसी मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपात परिस्थितियों में विभिन्न एयरपोर्ट परिचालन हितधारकों की तैयारियों को सुदृढ़ करना है। ड्रिल यात्रियों, चालक दल, जमीनी कर्मियों और आम जनता की सुरक्षा को हर समय सर्वोच्च प्राथमिकता को बनाए रखने में लखनऊ हवाईअड्डे की भूमिका को भी बढ़ाता है।"
इस अभ्यास में लखनऊ हवाई अड्डे पर सीआईएसएफ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राज्य की अग्निशमन टीमें, सभी एयरलाइंस और यूपी पुलिस के अधिकारी शामिल थे। अभ्यास की निगरानी नरौरा परमाणु ऊर्जा केंद्र के विशेषज्ञों ने की।
मॉक ड्रिल के दौरान सीआईएसएफ एयरलाइन के कार्गो से कृत्रिम विकिरण का पता लगा कर तुरंत एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और नरोरा पावर स्टेशन को सूचित किया। एनडीआरएफ की टीम ने विकिरण डिटेक्टरों की मदद से गर्म क्षेत्रों को 'निर्धारित' किया। अभ्यास के दौरान CISF ने अभ्यास में गर्म क्षेत्र की 'घेराबंदी' करने में मदद की। इसके बाद एनडीआरएफ की खोजी टीम ने स्रोत की 'पहचान' की और रिकवरी टीम ने निर्धारित रेडियोधर्मी स्रोत को 'सुरक्षित' कर लिया।
ड्रिल में, नकली रेडियोधर्मी स्रोत को पुनर्प्राप्त करने में शामिल एनडीआरएफ टीम का परिशोधन भी किया गया। साइट पर मौजूद चिकित्सा अधिकारियों ने उन लोगों के स्वास्थ्य की समीक्षा की जो सामग्री के संपर्क में आए थे और निर्धारित उत्तेजक गतिविधि के हिस्से के रूप में उपचारात्मक उपायों का सुझाव दिया था।