तिलक समारोह से लौट रहे युवकों की दरोगा ने कर दी जमकर धुनाई

पीड़ितों की माने तो दरोगा शराब के नशे में चूर था

Written By :  Narendra Singh
Published By :  Pallavi Srivastava
Update:2021-05-26 15:01 IST

रायबरेली। उत्तर प्रदेश की पुलिस लगातार यह निर्देश मिलेने के बाद भी मित्र पुलिस बनने का दावा कर रही है पर इसी मित्र पुलिस में कई ऐसे चेहरे भी है जो न सिर्फ विभाग की छवि को बट्टा लगा रहे हैं बल्कि खाकी को भी दागदार कर रहे हैं। एक ऐसा ही मामला सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के प्रभार वाले जिले से सामने आया है जिसमे तिलक चढा कर लौट रहे 5 युवकांे को दरोगा जी ने थर्ड डिग्री टार्चर कर डाला। पीड़ितों के शरीर मे दरोगा जी द्वारा दिये गए थर्ड डिग्री टार्चर के निशान खाकी को दागदार कर रहे हंै। पीड़ितों की माने तो दरोगा जी शराब के नशे में चूर थे और हम लोगो की बेरहमी से पिटाई कर दी है। पीड़ितों के शरीर पर इन चोट के निशानों की हम साफ तस्वीर आपको दिखा भी नही सकते कि किस तरह दरोगा जी ने अपनी वर्दी का न सिर्फ बेजा इस्तेमाल किया बल्कि वर्दी वाले गुंडे की तर्ज पर पीड़ितों की बेरहमी से पिटाई कर खाकी को दागदार कर दिया।


बता दें कि रायबरेली जिले के सलोन कोतवाली क्षेत्र के सिरसिरा गाँव से तिलक चढ़ाने गए विपिन तिवारी, विनय, राहुल, शिवाकांत व लवकुश सभी लोग दोस्त राहुल धोबी की बहन की तिलक चढ़ाने कार से हरपुर हल्ला मजरे विंदागंज हीरा लाल धोबी के यहां गए थे। तिलक चढ़ा कर वापस कार से लौट रहे थे तभी रात्रि करीब 11.30बजे राजापुर जंगल के पास सूची चैकी इंचार्ज मृतुन्जय बहादुर सिंह सिविल ड्रेस में तीन चार हमराहियों के साथ क्रेटा गाड़ी से कार को ओवरटेक करके रोक लिया। आरोप है कि जैसे ही लड़के कार से बाहर निकलते हैं चैकी इंचार्ज सहित हमराहियों ने बंदूक के बट से सभी को मारना शुरु कर दिया। जिसके बाद सभी लड़को को दरोगा सूची चैकी लेकर आये वहां भी बेरहमी से पीटना शुरु कर दिया। लड़के चिल्लाते रहे लेकिन रात के अंधेरे में कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था। पांचों लड़को की इतनी पिटाई की गई थी कि वे खड़े तक नही हो पा रहे थे। लड़के चिल्लाते रहे लेकिन चैकी इंचार्ज सुने भी तो क्यो? साहब तो खाकी के नशे चूर थे। लड़को की माने तो चैकी इंचार्ज मृत्युंजय सिंह समेत सभी पुलिस कर्मी नशे में धुत थे।


लड़को के मुताबिक लकड़ी, बेत, पट्टा से और सीने पर चढ़कर उनकी जमकर पिटाई की और जब परिवार के लोग आए तो लड़को ने चोट दिखाना शुरु कर दिया। मेडिकल के वक्त भारी पुलिस बल की वजह से मार खाये लड़के मुंह नही खोल पाए। चैकी इंचार्ज का अमानवीय चेहरा मानवता को शर्मसार कर दिया।वही इस पूरे मामले में एसपी श्लोक कुमार का कहना है कि इन लोगों को रात में लौटते समय पीआरवी ने रोका तो उनसे मारपीट करने लगे बाकी इसकी जांच सीओ सलोन कर रहे है।

Tags:    

Similar News