बरेली : सीबीगंज क्षेत्र में रेलवे की संपत्ति को खुलेआम नुकसान पहुंचाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह काम बीएल एग्रो ऑयल लिमिटेड की ओर से किया जा रहा है। ज्ञात हो कि इस कंपनी का एक मशहूर ब्रांड है जो सरसों तेल और सोया रिफाइंड आयल बनाती है।
मालगाड़ी के टैंकर में लगाते हैं आग
-मालगाड़ी के टैंकर में आग लगाने का यह अनोखा मामला है।
-कंपनी सरसों तेल और सोया ऑयल के अलावा पॉम ऑयल भी मंगवाती है।
-पॉम ऑयल जम जाता है इसलिए इसे निकालने के लिए मालगाड़ी के टैंकर में आग लगाई जाती है।
-जहां टैंकर में आग लगाई जाती है वहीं से रेलवे की पावरफुल इलैक्टिक लाईन गुजरती है।
प्रशासन भी कर रहा अनदेखी
-रामपुर रोड से सटी रेलवे लाइन पर खुलेआम ट्रैन के टैंकर में आग लगाई जाती है लेकिन स्थानीय पुलिस को इससे कोई अपत्ति नहीं है।
-इसी तरह पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने भी इस मुद्दे पर आंखें मूंद रखी हैं।
क्या कहते हैं कंपनी के मालिक?
मालगाड़ी के टेंकर में आग लगाने की बात पूछने पर कंपनी के मालिक मीडिया पर ही भड़क गए कहा-देश में हर दिन ढेरों गैर कानूनी काम होते हैं। हम भी टेंकर खाली करने के लिए आग लगाते हैं। इसकी अनआॅफिशियल परमीशन है हमारे पास।
क्या कहा डीआरएम ने ?
मुरादाबाद मंडल के डीआरएम प्रमोद कुमार ने बताया, बीएल एग्रो ऑयल लिमिटेड में रेल के माध्यम से पाॅम आयॅल मंगाया जाता है। मालगाड़ी के टैंकर में आग लगाने के बारे में जानकारी नहीं है मामला संज्ञान में आया है। जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
इन सवालों के कौन देगा जबाब ?
-सरसों तेल या रिफाइंड ऑयल की फैक्ट्री में पाॅम ऑयल का क्या काम है?
-इतनी बड़ी मात्रा में पॉम ऑयल क्यों मंगाया जा रहा है?
-क्या सरसों तेल और रिफाइंड ऑयल के धंधे की आड़ में कोई गोरखधंधा चल रहा है।
-रेलवे लाइन की ओर से कैसे मिली फैक्ट्ररी के गेट खोलने की परमीशन ?
-मालगाड़ी के टैंकर में आग लगाने की अनुमति क्या रेल प्रशासन की और से मिली है ?