Jhansi News: रेलवेकर्मी को नहीं मिला न्याय, पत्नी बोली: पति को न्याय नहीं मिला तो कर लूंगी आत्महत्या

Jhansi News: मगर अफसरों के मनमुटाव के चलते रेलवे कर्मचारी को न्याय नहीं मिल रहा है। इसको लेकर उसका परिवार काफी परेशान है। परिजनों का कहना है कि यह उसके पति को अगर न्याय नहीं मिला तो उन्हें आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ेगा।

Report :  B.K Kushwaha
Update:2024-02-20 14:33 IST

प्रतीकात्मक इमेज source: social media 

Jhansi News: उत्तर मध्य रेलवे झाँसी मंडल में रेलवे विभाग में अंधेरगर्दी छायी हुई है। मनमाने तरीके से अफसर बनाम रेलवे कर्मचारी की भिड़ंत हो रही हैं। रेलवे अफसर अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में रेलवे कर्मचारी को बलि का बकरा बना रहे हैं। एक नहीं, कई मामले झाँसी रेल मंडल में हो चुके हैं। मगर अफसरों के मनमुटाव के चलते रेलवे कर्मचारी को न्याय नहीं मिल रहा है। हाल ही में रेलवे वर्कशॉप में एसएसई का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। आए दिन उसका स्थानांतरण नोटिस जारी किया जा रहा है। इसको लेकर उसका परिवार काफी परेशान है। परिजनों का कहना है कि यह उसके पति को अगर न्याय नहीं मिला तो उन्हें आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ेगा। इसके लिए रेलवे अफसर जिम्मेदार होंगे।

द्वेषवश किया जा रहा स्थानांतरण

9 अगस्त 2023 को बिना किसी कारण ही स्थानांतरण आदेश सीनियर डीईई जनरल झाँसी के कार्यालय ऑर्डर क्रमां-629/2023 द्वारा सीनियर डीएसओ/झाँसी के अधीन एक्स-सीएडीआरई पोस्ट के लिए निकाला गया। उसके पति के वर्ष 2017 से 2023 तक चार स्थानांतरण आदेश से अधिक निकाले जा चुके हैं। जबकि इसी यूनिट में बहुत से ऐसे एसएसई है जिनका स्थानांतरण नियमानुसार समय सीमा से ऊपर या अधिक होने के बाद भी आज तक नहीं किया गया। आरोप है कि सीनियर डीईई झाँसी द्वारा सक्षम अधिकारी का अनुमोदन लिए बिना द्वेषवश यह स्थानांतरण किया गया। वर्तमान सीनियर डीईई झाँसी में पूर्व में डिप्टी सीईई वर्कशॉप के पद पर उसके पति के सीनियर प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं। आरोप है कि महिला कर्मियों द्वारा झूठे आरोप लगवाकर उसके पति का तबादला करवा दिया गया।

दूसरा आरोप पत्र भी नियम विरुद्ध

21 नवंबर 2023 को डिप्टी सीईई वर्कशॉप झाँसी द्वारा उसके पति को एसएफ-11 आरोप पत्र दिया गया। उक्त आरोप पत्र भी नियम विरुद्ध तरीके से गोपनीयता भंगकर एसएसई/ एडमिन/ पॉवरहाउस/ वर्कशॉप कार्यालय के माध्यम से इनको रिसीव कराया गया। जिसमें रेलवे चिकित्सालय से फिट सर्टिफिकेट को नियम विरुद्ध तरीके से कटिंग कराकर 2 नवंबर 2023 को उसे फिरसे फिट दिखाकर इस पर एसएफ-11 दे दी गई। 2 नवंबर को फिट हुए और उपस्थित पंजिका में 1 नवंबर 2023 से उपस्थित दर्ज की गई चूकि वास्तविक फिट सर्टिफिकेट ही सही था।

कैंट से अफसरों को जारी किए नोटिस, मचा हड़कंप

महिला अंजली विश्वकर्मा का कहना है कि उसके पति सचेन्द्र ने कैंट में एक वाद दायर किया। इस वाद में रेलवे अफसरों पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों के मद्देनजर कैंट ने सीनियर डीईई जनरल, डीएमओ हेल्थ आदि अफसरों को नोटिस जारी किया। इन नोटिसों के बावजूद रेलवे अफसर ड्यूटी अवैध घोषित कर रहे हैं और यह सरासर गलत हो रहा है।

पति का किया जा रहा है शारीरिक उत्पीड़न

एसएसई सचेंद्र की पत्नी अंजलि विश्वकर्मा ने शिकायती पत्र में कहा है कि उनके पति एसएसई विद्युत कारखाना में कार्यरत है। चार माह से रेल प्रशासन द्वारा षड़यंत्र वश प्रताड़ित कर उनका शारीरिक एवं मानसिक शोषण किया जा रहा है। उनका कहना है कि अगर पति को न्याय नहीं मिला तो परिवार समेत आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ेगा। इसके लिए रेलवे अफसर ही जिम्मेदार होंगे।

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