राहुल गांधी हैं सांसद, फिर भी अमेठी में राजीव गांधी का सपना हुआ चकनाचूर, ये है बड़ी वजह

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से सांसद हैं, लेकिन पिता की विरासत को संभाल पानें में वो फेल हुए हैं। बानगी के तौर पर 'राजीव गांधी सचल स्वास्थ्य सेवा' को ही ले लिया जाए। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र की गरीब जनता के लिए ये योजना चलाई थी, जिससे अमेठी के लाखों लोगों को मुफ्त इलाज मिल सके साथ-साथ ये योजना सैकड़ों लोगों की जीविका का साधन था।

Update: 2019-02-05 07:00 GMT

अमेठी: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से सांसद हैं, लेकिन पिता की विरासत को संभाल पानें में वो फेल हुए हैं। बानगी के तौर पर 'राजीव गांधी सचल स्वास्थ्य सेवा' को ही ले लिया जाए। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अमेठी संसदीय क्षेत्र की गरीब जनता के लिए ये योजना चलाई थी, जिससे अमेठी के लाखों लोगों को मुफ्त इलाज मिल सके साथ-साथ ये योजना सैकड़ों लोगों की जीविका का साधन था। लोगों का कहना है कि राहुल गांधी को इससे अवगत भी कराया जा चुका लेकिन उन्होंने ध्यान देना उचित नहीं समझा।

यह भी पढ़ें......आईए जानते हैं प्रियंका की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियों पर अमेठी-सुल्तानपुर के लोगों की राय

1982 में 'राजीव गांधी सचल स्वास्थ्य सेवा' की हुई थी शुरुआत

अमेठी में वर्ष 1982 में 'राजीव गांधी सचल स्वास्थ्य सेवा' की शुरुआत हुई, चलते-फिरते अस्पताल में डॉक्टर, कंपाउंडर, लैब असिस्टेंट, दवाएं, जांच आदि की सुविधा होती थी। गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों को मुफ्त में दवाइयां व जांच तथा इलाज उपलब्ध कराई जाती थी। लेकिन पिछले 5 वर्षों से ये सेवा पूरी तरह बंद है।

राजीव गांधी सचल स्वास्थ्य सेवा के कर्मचारी सुशील त्रिपाठी ने बताया कि अमेठी संसदीय क्षेत्र के लगभग दो हजार लोगों को प्रतिदिन सेवा का लाभ मिलता था। पर अब गरीबों से जहां मुफ्त इलाज छिन गया है वहीं योजना से जुड़े सैकड़ों कर्मचारियों का रोजगार खत्म हो गया। सभी बेरोजगार हो सड़क पर आ गए और दाने-दाने को मोहताज हो गए।

यह भी पढ़ें.....लोकसभा चुनाव: अमेठी से किस्मत आजमा सकती हैं प्रियंका, रायबरेली से राहुल

अमेठी को ठगने के लिए योजनाएं चलती है कांग्रेस:बीजेपी

इस मामले पर भाजपा जिलाध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी का कहना है कि राजीव गांधी जी के प्रधानमंत्री काल से सचल स्वास्थ्य सेवा का शुभारंभ हुआ था काफी दिन चली भी। लेकिन कुल मिलाकर कांग्रेस की जो नीतियां रही हैं अमेठी की जनता को छलने की उसी का एक हिस्सा वह भी बनी और 2012 में वो बंद कर दी गई।

आज मशीनें हैं उसकी गाड़ियां खड़ी हैं उसके जो कर्मचारी रहे हैं वो बेचारे परेशान हैं उनके जीवन यापन की तमाम समस्याएं सामने आ रही हैं इससे एक ही चीज साफ़ जाहिर है कि कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं की सोच और खासकर हमारे इस लोकसभा क्षेत्र अमेठी को लेकर सिर्फ़ ठगने के लिए यहाँ पर सिर्फ़ लोकलुभावन वादे करने के लिए उनकी सारी योजनाएं चलती है और बंद होती है।

यह भी पढ़ें.....प्रियंका गांधी का अमेठी से परिचय काफी पुराना है

कांग्रेस ने बचाव में कही ये बात

वहीं कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया की देखिए वह राजीव जी की सोच थी तब इतने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं थे, गांव गांव में इतनी सुविधाएं स्वास्थ्य की नहीं थी तो सचल स्वास्थ्य सेवा के माध्यम से यह सेवा गांव स्तर पर लोगों को तात्कालिक इलाज के लिए छोटे-मोटे बीमारियों के लिए उपलब्ध कराई जा रही थी।

आज की तारीख में तमाम जगह यहां तक कि राहुल जी ने अपने समय में हर ब्लॉक में एक राजीव गांधी हॉस्पिटल करके जगह-जगह आरोग्य केंद्र स्थापित कराए जिसका उपयोग हर ब्लॉक में छोटे-मोटे इलाज के लिए होता है हर ब्लॉक में आई कैंप जाकर लगाए जाते है। रही बात सचल स्वास्थ्य की तो हर जगह है लगभग प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुहैया हो गए हैं जिसमें डॉक्टर मौजूद रहते हैं अब बहुत ज्यादा औचित्य सचल स्वास्थ्य का नहीं रह गया है।

Tags:    

Similar News