जहांगीरपुरी में कार्रवाई से भड़के राकेश टिकैत, कहा- धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाकर चला बुलडोजर

भाकियू के नेता राकेश टिकैत ने कहा,दिल्ली में 4 लाख ट्रैक्टर चले थे। तब घबरा गए थे। सरकार 10 साल पुराने ट्रैक्टरों को बंद करने की बात कह रही है। बहुत जल्द ट्रैक्टर सड़कों पर आएंगे।

Written By :  aman
Update: 2022-04-22 10:34 GMT

राकेश टिकैत (तस्वीर साभार : न्यूजट्रैक)

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जहांगीरपुरी में बुलडोजर अभियान पर आज भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने प्रतिक्रिया दी। अपने गृह जिले मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) में उन्होंने मीडिया से बात की। कहा, 'जिस प्रकार एक धर्म विशेष के लोगों को निशाना बनाकर बुलडोजर (Bulldozer) कार्रवाई की जा रही है, वह देश के भविष्य के लिए बेहद खराब है।'

BKU नेता टिकैत ने कहा, 'ऐसी घटनाओं से दुनियाभर में भारत की बदनामी हो रही है। राकेश टिकैत ने यह भी कहा, कि 'मौजूदा सरकार ने किसानों को तीन महीने के भीतर 10 साल पुराने ट्रैक्टर (Tractor) बंद करने की चेतावनी दी है। हमारा कहना है कि जो सरकार में खासकर बीजेपी में 10 साल पुराने लोग हैं, उन्हें भी पार्टी या सरकार से बाहर किया जाए।'

दिल्ली में 4 लाख ट्रैक्टर देख घबरा गए थे

भाकियू के नेता राकेश टिकैत ने आगे कहा, 'अभी तो एक ही बुलडोजर चला है। दिल्ली में 4 लाख ट्रैक्टर चले थे। तब लोग घबरा गए थे। सरकार 10 साल पुराने ट्रैक्टरों को बंद करने की बात कह रही है। बहुत जल्द ट्रैक्टर सड़कों पर आएंगे। अब ट्रैक्टर और बुलडोजर का मुकाबला होगा।'

गलत संदेश जा रहा

ये बातें राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कही। वो मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी (DM) से मिलने आए थे। इसी दौरान उन्होंने मीडिया से बात की। कहा, 'आज जिस तरह से एक धर्म विशेष के लोगों को परेशान किया जा रहा है उसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत संदेश जा रहा है।'

महंगाई चरम पर, इस ओर ध्यान दें

टिकैत बोले, 'इस तरह की घटनाओं (जहांगीरपुरी जैसी) से देश का विकास थम जाता है। उन घटनाओं से नफरत फैलती है। सांप्रदायिक घटनाएं बढ़ जाती हैं। इस तरह की हरकतों को छोड़कर सभी को अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। इस वक्त देश में महंगाई चरम पर है। सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए।'

बुलडोजर नफरत की वजह से ना चले

उन्होंने कहा, 'बुलडोजर तो ठीक है। वह सही काम कर रहा है। मगर, बुलडोजर नफरत की वजह से ना चले। बुलडोजर तो रास्तों को सही करने के लिए चलना चाहिए। बुलडोजर तो एक ही चला है। ट्रैक्टर तो चार लाख चले थे। दिल्ली में कभी ना कभी बुलडोजर और ट्रैक्टर का मुकाबला होगा।' 

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