मीडिया से बोले गवर्नर- मेरे पास जो भी ज्ञापन आता है उसे आगे बढ़ा देता हूं, ये काम पोस्टमैन जैसा है
कानपुर: यूपी के गवर्नर राम नाईक गुरुवार (04 मई) को केशवनगर में एक निजी शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान राम नाईक ने मीडिया से बात करते हुए एक सवाल के जवाब में खुद को पोस्टमैन बताया।
गवर्नर राम नाईक बोले, 'नागरिक जो ज्ञापन देते हैं उसका महत्व देखते हुए मैं मुख्यमंत्री या अन्य मंत्रियों, सचिव आदि को भेजता रहा हूं। इसलिए आजम खान जी के बारे में जो ज्ञापन मुझे मिला वो वैसे ही मैं भेजता रहता हूं। साथ ही कहा है कि उचित जानकारी लेकर कार्य करें। क्या कार्य उचित करना है वो उनका अधिकार है। मेरे पास जो बात आई ऐसी बातों में मैं ये कह सकता हूं कि पोस्टमैन जैसा काम हो गया है, जो पत्र आया वो मैंने डिलीवर किया।'
आगे की स्लाइड में पढ़ें विभिन्न मुद्दों पर और क्या कहा गवर्नर ने ...
लॉ एंड आर्डर दुरुस्त हो रहा है
वहीं राज्य की मौजूदा कानून व्यवस्था पर गवर्नर बोले, कि 'यूपी में लॉ एंड आर्डर दुरुस्त हो रहा है। गलत काम करने वाले पकड़े जा रहे हैं इन पर पहले नकेल नहीं कसी जा सकी थी।' गवर्नर ने इस बात को समझाते हुए कहा, कि अब जो पकड़े जा रहे हैं उन्हें इस भूमिका में देखना चाहिए कि गलत बातें हो रही थी, जो बाहर नहीं आ रही थी वो अब आ रही है।
ये भी कहा गवर्नर ने
वही एचबीटीआई के वीसी को हाईकोर्ट द्वारा हटाए जाने के मामले में गवर्नर राम नाईक ने कहा, कि 'हाईकोर्ट के इस कार्यवाही की जानकारी समाचार पत्रों से मिली। ऐसे मामलों में जब ऑफिशियल कॉपी मिलती है उसके बाद ही उसका निर्णय होता है। आफिशियल कॉपी प्राप्त होते ही हम आगे कदम बढ़ाएंगे।'