बुलडोजर बाबा का जादू: रामपुर में खुद अपना ही मकान गिरवा रहा ये शख़्स, दे दी अर्जी
Rampur: रामपुर में एक अजीबोगरीब वाकिया उस समय सामने आया, जब एक गृहस्वामी ने तालाब पर बने अपने ही मकान को तुड़वाए जाने की गुहार एसडीएम से लगा डाली। आइए दिखाते हैं क्या है पूरा मामला।
Rampur News: उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए चुनाव से पहले प्रचार के दौरान योगी सरकार के पार्ट वन में चलाए गए बुलडोजर का काफी जिक्र हुआ। रैलियों से लेकर गलियां पर बुलडोजर छाया रहा। यही नहीं मंचों से भी जहां मुख्यमंत्री योगी के ही नहीं, भाजपा आलाकमान के शब्दों में भी बुलडोजर का इस्तेमाल हुआ, तो वहीं विरोधी पार्टियों ने भी जमकर बुलडोजर का के नाम पर सियासी तीर छोड़े। अब योगी आदित्यनाथ की पार्ट 2 की सरकार शुरू हो चुकी है। लोगों में फिर से बुलडोजर का ख्वाब पसारने लगा है।
लेकिन इन सबके बीच जनपद रामपुर में एक अजीबोगरीब वाकिया उस समय सामने आया, जब एक गृहस्वामी ने तालाब पर बने अपने ही मकान को तुड़वाए जाने की गुहार एसडीएम से लगा डाली। आइए दिखाते हैं क्या है पूरा मामला।
सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाए जाने का अभियान
जनपद रामपुर की तहसील शाहाबाद अंतर्गत गांव मित्रपुर आरेला के बाशिंदों ने अपने ज्यादातर मकान पुराने जमाने से पट चुके तालाब एवं कब्रिस्तान पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर बना रखे हैं। योगी सरकार बनने के बाद लोगो में सरकारी जमीनों से अवैध कब्जे हटाए जाने का अभियान शुरू हो चुका है।
इसी के मद्देनजर गांव के ही एक एहसान नाम के शख्स ने सरकारी एक्शन से पूर्व ही एसडीएम के पास पहुंचकर अपना मकान गिराए जाने की अर्जी लगा डाली है। एहसान की अर्जी के बाद जहां गांव में हड़कंप मच गया है, तो वहीं प्रशासन भी उसकी इस कार्यशैली से काफी अचंभित नजर आ रहा है। बरहाल अतिक्रमण कब हटेगा और कब एहसान का मकान गिरेगा, यह तय करने की बारी अब तहसील प्रशासन के कांधे पर आ गई है।
शिकायतकर्ता एहसान के मुताबिक, मित्रपुर अरेला शाहबाद जिला रामपुर स्थानीय निवासी हूं। मेरा पुश्तैनी मकान दादा परदादा के टाइम का मकान हैं। नक्शे में देखा गया है कि वह तालाब की जमीन पाईं गई है। मैंने एसडीएम साहब से आपत्ति लगाई।
मैंने कहा- साहब ऐसे ये मकान है। मकान को गिराया जाए, तो वहां मेरा ही विरोध शुरू हो गया कि तुम ही चाहते हो और कोई नहीं चाहता। वहां पर काफी घर बने हुए हैं। तालाब में मौजूदा प्रधान का घर है और भी घर है।
तो आज की बातों से मुझे ऐसा लग रहा है मुझे अपनी जान का भी खतरा है। मैं प्रशासन से अपील करता हूं या तो मुझे सिक्योरिटी प्राप्त की जाए। वरना इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।
देखिए एक चीज तो यह है कि जो हमारी सबसे बड़ी अदालत माननीय सुप्रीम कोर्ट है, वह सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। दूसरा बिल्डोजर बाबा की सरकार है। दो बिल्डोजर गर्जना तो बनता ही हैं और अगर मैं गलत हूं तो मुझ पर भी कर दे और आप गलत हो तो आप पर भी गरजे कानून। सबके लिए बराबर है।
जी मैंने शिकायत करी थी, वहां पर तो मेरा खुद ही विरोध शुरू हो गया। हम इनके साथ यह करेंगे वैसा करेंगे। एसडीएम साहब के सामने ही बदतमीजी की तो मैं माननीय डीएम साहब से अनुरोध करूंगा कि उसकी पूरी जांच की जाए। उसमें काफी घर आ रहे हैं तो जिसमें काफी लोग बरगढ़ आ रहे हैं कि यह आपके मकान गिर जाएगा तो में माननीय डीएम साहब से अनुरोध करूंगा कि या तो मुझे सिक्योरिटी दे और जो भी है उसकी जांच कराई जाए और इसकी कार्यवाही होनी चाहिए बिल्डोजर बाबा रुकेंगे नहीं।
एसडीएम अशोक चौधरी के मुताबिक, यह गांव मित्रपुर अरेला है। यहां पर एक एहसान मियां है। शिकायत किए हैं कि यह घर बनवा रहे हैं और इनका घर कब्रिस्तान पर बना हुआ है। यहां पर मैंने जांच किया तो इनका घर कब्रिस्तान में बना हुआ है।
लेकिन यहां पर तलाब और कब्रिस्तान में आधे से ज्यादा गांव बसा हुआ है। मैं उस दिन सर्वे करके गया था और चुकी मानिये सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि तालाब में कोई घर नहीं होगा, तो मेरी मजबूरी है कि अब मैं इन पर कार्यवाही करूं और नोटिस देने पर ये खाली कर देंगे। अगर नहीं खाली करेंगे तो फिर हमें बल प्रयोग करना पड़ेगा।
इसका घर गिरासू हो गया था, छोड़ कर के दूसरी जगह घर बना लिए हैं। तो गिरासू घर सरकार गिराये या खुद गिराए उसका तो फायदा ही है उसका गिरासू घर सरकार गिरा देगी। उसने तो एक स्टेप जो है खड़ा कर दिया है कि साहब मेरा घर गिरा दीजिए वह तो सरकार की जमीन में ही उसका घर है और गिरासू भी है या तो वह गिराये या मैं गिराओ तो उसका तो फायदा ही है उसने मुझसे शिकायत किया और मैंने जांच भी किया जांच करने के बाद बताया भी गया कि तुम्हारा घर भी उसमें है तो मैंने पूछा भाई तुम्हारा भी घर है तुम्हारा घर गिरवा दिया जाए तो उसने कहा हां मेरा घर गिरवा दीजिए और आपके सामने आज जांच भी की गई तो पता लगा कि यह घर बंद करके दूसरे घर में रह रहा है घर ऑलरेडी गिरासू है वह तो गिरना ही था तो उसका तो फायदा ही है कि चलो भाई सरकार गिरा देगी उसको गिराने से मुक्ति मिल जाएगी।