Banda News: बहू के प्रेमी को मौत के घाट उतारा, साथी और एक अन्य महिला समेत बहू को भी बनाया सहयोगी, चारों गिरफ्तार
Banda News: मृतक के कपड़े और मोबाइल फोन जला दिए और शांत होकर घर बैठ गए। लेकिन पुलिस ने मामले की तह तक जाकर रविवार को दोनों महिलाओं समेत चारो हत्याभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।;
Banda News: बहू के प्रेमी को मौत के घाट उतारने के लिए ससुर ने योजना बनाई। योजना को अंजाम देने के लिए न केवल साथी की मदद ली, बल्कि बहू और एक अन्य महिला को भी सहयोगी बनाया। पार्टी का झांसा देकर प्रेमी को बुलाया और चारों ने पीटकर अधमरा करने के बाद हाथ-पैर और मुंह बांधकर सरसों के खेत में फेंक दिया। यह मानकर कि मर जाएगा। दो दिन बाद खेत जाकर देखने पर प्रेमी जिंदा मिला। फिर, पीटा और पूरी तरह काम तमाम करने के बाद शव केन तट पर बालू में दफना दिया। मृतक के कपड़े और मोबाइल फोन जला दिए और शांत होकर घर बैठ गए। लेकिन पुलिस ने मामले की तह तक जाकर रविवार को दोनों महिलाओं समेत चारो हत्याभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर मृतक का जला सामान, चप्पलें और साइकिल भी बरामद की है।
15 को गुम हुए पुन्ना का 18 जनवरी को मिला था शव, 15 दिन बाद पूरी हुई अभियुक्तों की तलाश
मालूम हो, 15 जनवरी को कोतवाली देहात में चक चटगन गांव निवासी राजू निषाद की पत्नी जानकी ने अपने ससुर पुन्ना की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 18 जनवरी को केन तट से बरामद शव की शिनाख्त पुन्ना के रूप में कर मृतक के बेटे ने गांव के ही फूलचंद्र आदि के खिलाफ तहरीर दी थी। पुलिस मामला दर्ज नामित लोगों को तलाश रही थी। अभियुक्त पुलिस को लगातार चकमा दे रहे थे। लेकिन रविवार को पुलिस से बच नहीं पाए।
कोतवाली देहात एसओ आनंद कुमार की टीम ने रविवार को दरदा एक्सप्रेस-वे चौराहे से चारों को दबोचा
कोतवाली देहात एसओ आनंद कुमार को मुखबिर से सूचना मिली कि अभियुक्त दरदा एक्सप्रेस-वे चौराहे के पास मौजूद हैं। कुमार ने एसआई राजेंद्र यादव और कांस्टेबल दीपक, प्रवेश, रेनू और आरती के साथ बताए गए स्थान पर धावा बोला और चक चटगन निवासी फूलचंद्र पुत्र महावीर निषाद, कैलाश पुत्र शिवराम निषाद, सविता पत्नी सुशील निषाद और रानी पत्नी बाबूराम उर्फ बउवा निषाद को गिरफ्तार कर लिया।
मुख्य अभियुक्त फूलचंद्र ने पुलिस को बताई हत्या के पीछे अवैध संबंध की कहानी
मुख्य अभियुक्त फूलचंद्र ने पुलिस को बताया, मृतक पुन्ना का उसके भतीजे सुशील की पत्नी सविता से अवैध संबंध था। इसलिए उसकी हत्या की योजना बनाई। योजना में साथी कैलाश और बहू सविता व अन्य महिला रानी को भी शामिल किया। 13 जनवरी को पार्टी का झांसा देकर पुन्ना को बुलाने के बाद योजना को अंजाम दिया। पीटकर अधमरा करने के बाद बांधकर सरसों के खेत में फेंक दिया। लगा था, मर जाएगा। लेकिन पुन्ना की खोज खबर शुरू होने पर दो दिन बाद सब खेत पहुंचे तो पुन्ना जीवित मिला। उसे सबने दोबारा मारा। मरने के बाद शव केन की बालू में दफना दिया। सदरी और मोबाइल जलाकर छिप गए। लेकिन पुलिस से बच नहीं पाए।
पत्नी की हत्या में सजायाफ्ता फूलचंद्र जमानत में बाहर
फूलचंद्र और कैलाश पर पहले भी हत्या समेत कई मुकदमे दर्ज हैं। फूलचंद्र को पत्नी की हत्या में आजीवन कारावास की सजा है। उच्च न्यायालय से जमानत पर बाहर है। कैलाश पर गैंगस्टर की भी कार्रवाई हुई है। सविता पर भी अवैध शराब बनाने और बेचने का मुकदमा है। अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक का जला सामान, चप्पलें और एटलस गोल्ड साइकिल बरामद की है।