वाराणसी में जारी हुई पुलिसकर्मियों की वसूली लिस्ट, दुकानदारों से लेते थे इतना 'महीना'

वायरल हो रहे इस लिस्ट के मुताबिक चितईपुर इलाके में पुलिसकर्मी देसी,अंग्रेजी और बीयर की दुकानों से बकायदा वसूली करते थे। वसूली की रकम 2 हजार से लेकर पांच सौ रूपये तक वसूली की जाती है।

Update: 2020-11-24 12:12 GMT
वाराणसी में जारी हुई पुलिसकर्मियों की वसूली लिस्ट, दुकानदारों से लेते थे इतना 'महीना' (Photo by social media)

वाराणसी: योगी सरकार उत्तर प्रदेश से भ्रष्टाचार मिटाने के लाख दावे कर रही हो लेकिन प्रदेश के कई ऐसे महकमे हैं जहां पर भ्रष्टाचार की जड़ें बेहद मजबूत हैं। चंदौली के मुगलसराय कोतवाली के बाद अब वाराणसी के पुलिस महकमे में भ्रष्टाचार की खबरें सामने आई हैं। लंका थाना अंतर्गत चितईपुर पुलिस चौकी में वसूली का एक लिस्ट वायरल हो रहा है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने अपने फेसबुक पेज से इस लिस्ट को पोस्ट किया है।

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यहाँ देखिये वसूली कि रकम

वायरल हो रहे इस लिस्ट के मुताबिक चितईपुर इलाके में पुलिसकर्मी देसी,अंग्रेजी और बीयर की दुकानों से बकायदा वसूली करते थे। वसूली की रकम 2 हजार से लेकर पांच सौ रूपये तक वसूली की जाती है। यही नहीं गैस रिफलिंग के नाम पर भी इस इलाके में गोरखधंधा चलता था। गैस रिफलिंग कराने वाले लोगों से पुलिसकर्मी बकायदा हजार रूपये से लेकर ₹500 तक वसूलते थे।

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लिस्ट के वायरल होने के बाद अब पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। एसएसपी अमित पाठक ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

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पूर्व पुलिसकर्मी पर लिस्ट वायरल करने का शक

बताया जा रहा है कि चौकी में तैनात एक पुलिसकर्मी ने ही इस लिस्ट को वायरल किया है। कुछ महीने पहले इस पुलिसकर्मी को वहां से हटा दिया गया था। इसी नाराजगी में उसने इस लिस्ट को वायरल कर दी। कुछ माह पहले मुगलसराय कोतवाली में भी इसी तरह की एक लिस्ट जारी हुई थी वायरल हुई थी। जिससे पुलिस महकमे की काफी किरकिरी हुई। मामले का संज्ञान में लेते हुए कोतवाल शिवानंद मिश्रा सहित कई पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। अब सवाल इस बात का है कि ज़ब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में भ्रष्टाचार का ये आलम है तो प्रदेश के दूसरे हिस्से का क्या हाल होगा ?

रिपोर्ट- आशुतोष सिंह

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