झांसी: DM ने कहा, रेमडेसिविर इंजेक्शन व वेंटीलेटर की समस्या को जल्द दूर किया जाएगा

जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने उपस्थित चिकित्सकों व नर्सिंग होम संचालकों से कहा कि कोरोना वेव का प्रभाव अभी कम नहीं होगा।

Reporter :  B.K Kushwaha
Published By :  Dharmendra Singh
Update:2021-05-04 01:32 IST

 जिलाधिकारी आंद्रा वामसी (फोटो: सोशल मीडिया)

झांसी: जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित बैठक में उपस्थित समस्त नर्सिंग होम संचालकों, चिकित्सकों से स्पष्ट कहा कि नर्सिंग होम में आने वाले मरीज को किसी भी दशा में लौट आया ना जाए। मरीज को भर्ती करते हुए उसका प्रॉपर इलाज सुनिश्चित किया जाए, उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मरीज को अनावश्यक महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज रेफर ना किया जाए, स्वयं मरीज का समुचित इलाज करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने उपस्थित समस्त सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए कि अपने अंतर्गत आने वाले समस्त नर्सिंग होम का सत्यापन कर यह सुनिश्चित करें कि बेड की उपलब्धता के सापेक्ष मरीज भर्ती हैं अथवा बेड खाली हैं, इसकी रिपोर्ट प्रॉपर प्रारूप पर देना सुनिश्चित की जाए।

जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने उपस्थित चिकित्सकों व नर्सिंग होम संचालकों से कहा कि कोरोना वेव का प्रभाव अभी कम नहीं होगा इसको देखते हुए सभी नर्सिंग होम संसाधनों में बढ़ोतरी करें। सभी वाईपेप,सीपेप व ऑक्सीजन कंसडंट्रेटेर की खरीद सुनिश्चित कर लें ताकि मरीजों का बेहतर इलाज किया जा सके।
जिलाधिकारी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में उपस्थित लगभग 80 नर्सिंग होम संचालक एवं चिकित्सकों से बात की उन्होंने बेड की उपलब्धता के सापेक्ष भर्ती मरीज की जानकारी लेते हुए ऑक्सीजन गैस की मांग के विषय में जाना और उन्होंने बड़ी हुई गैस सिलेंडर दिए जाने की संस्तुति प्रदान की, उन्होंने उन्हें अनुरोध किया कि मरीज की जान बचाने के लिए वह सभी प्रयास किए जाएं जो किए जा सकते हैं। उन्होंने संबंधित सेक्टर मजिस्ट्रेट को भी नर्सिंग होम में बेड के सापेक्ष मरीजों की उपलब्धता की जानकारी देने के निर्देश दिए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी ने कहा कि नर्सिंगहोम आने वाले मरीजों को भयभीत ना होने दें, उसका आत्मबल बढ़ाएं, उसे कमजोर ना होने दें। आप एक सकारात्मक सोच के साथ कोविड-19 संक्रमित मरीज का इलाज करें।
जिलाधिकारी ने ऐसे नर्सिग होम संचालकों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अभी भी अंतिम समय में मरीज को मेडीकल कालेज भेजा जा रहा है। यह बेहद चिंताजनक है, इसे सख्ती से रोका जाए। उन्होंने कहा कि आप बेहतर इलाज करें, यदि आप चाहें तो गंभीर मरीजों के इलाज हेतु आप सभी को प्रॉपर प्रशिक्षण भी दिया जा सकता है आप महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में उक्त प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं कि गंभीर मरीज को कैसे सुरक्षित किया जाए। उन्होंने लगभग एक दर्जन नर्सिंग होम जो क्रियाशील नहीं है, उन्हें ऑक्सीजन आपूर्ति बंद करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि प्राइवेट नर्सिंग होम में सफाई व्यवस्था के लिए जनरेटर के माध्यम से स्वीपर व पैरामेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध कराया गया है। यदि स्टाफ नहीं पहुंचा है तो तत्काल उनके नाम पता व मोबाइल नंबर की जानकारी दें, सभी की उपस्थिति वहां सुनिश्चित की जाएगी ताकि वहां साफ-सफाई बेहतर रहे होने के साथ ही इलाज भी बेहतर हो सके।
इस मौके पर नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, प्रधानाचार्य डॉ एस एन सेंगर, प्रभारी सीएमओ डॉक्टर सुधीर कुलश्रेष्ठ, डॉक्टर एनके जैन, डॉक्टर आरआरसिहं, डॉक्टर नीरज सहित नर्सिगहोम के संचालक व चिकित्सक उपस्थित रहे।


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