Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर हिंसा में गडकरी के बयान से नाराज हुए किसान, कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन
Lakhimpur Kheri News: लखीमपुर हिंसा को लेकर नितिन गडकरी ने कहा था कि ये घटना, महज एक दुर्घटना थी, जिसके बाद नितिन गडकरी किसानों के निशाने पर आ गए हैं।
Lakhimpur Kheri: लखीमपुर हिंसा (Lakhimpur Violence) मामले में किसानों (farmer) के निशाने पर इस बार नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) हैं मामला उनके द्वारा प्रेस वार्ता में दिए गए बयान से संबंधित है जिसमें घटना को महज दुर्घटना होने के बात नितिन गडकरी द्वारा की गई है।
बयान से नाराज सैकड़ों किसानों ने आज गुरुद्वारे से मंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विलोबी मेमोरियल हाल (Willoughby Memorial Hall) किसानों का जत्था पहुंचा जिसके बाद निर्वाचन कार्यालय (election office) पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा (Memorandum submitted to the District Magistrate) है।
किसानों ने नितिन गडकरी के बयान की निंदा की
ज्ञापन में एसआईटी (SIT) द्वारा सुनियोजित साजिश करार दिए जाने के बाद नितिन गडकरी द्वारा दिए गए बयान को कोर्ट की अवमानना की श्रेणी में मानते हुए उन पर कार्यवाही करने की मांग किसानों द्वारा की गई है किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बचाव में नितिन गडकरी के इस बयान की निंदा की गई।
अजय मिश्र टेनी पर निशाना साधते हुए इलाके के किसान ने कहा है कि निघासन इलाके में अजय मिश्र टेनी की सभाओं पर रोक लगनी चाहिए क्योंकि सभाओं के माध्यम से उनके कार्यकर्ता मामले में गवाह किसानों को धमकाते हैं।
3 अक्टूबर को हुई थी लखीमपुर खीरी हिंसा
आपको बताते चलें कि लखीमपुर खीरी 3 अक्टूबर को हुए हिंसा को बवाल को लेकर नितिन गडकरी का एक बयान आया है बयान के बाद किसान काफी नाराज नजर आ रहे हैं इसको देखते हुए सिक्ख किसान संगठन द्वारा आज ब्लू भी मैदान में सैकड़ों की तादाद में सिक्ख किसान संगठन के लोग मौजूद रहे।
विलोबी मैदान से होकर निर्वाचन कार्यालय तक पहुंचे सिक्ख किसान संगठन के लोग लखीमपुर खीरी जिला अधिकारी को ज्ञापन देकर राष्ट्रपति को संबोधित जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन दिया गया। अजय मिश्रा गृह राज्य मंत्री के लखीमपुर खीरी में कार्यक्रम को लेकर भी बात की गई सिक्ख किसानों द्वारा कहा गया कि लखीमपुर खीरी में इनके कार्यक्रम नहीं लगाया जाए यदि कार्यक्रम में फीता काटने के लिए सम्मिलित होंगे तो इसका विरोध हम जरूर करेंगे।
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