RSS: लोकसभा चुनाव से पहले मोहन भागवत ने बनाया बड़ा प्लान, लव जिहाद और धर्मांतरण के खिलाफ छेड़ी जाएगी मुहिम

RSS Mohan Bhagwat: बैठक के आखिरी दिन यानी कल रविवार 24 सितंबर को मोहन भागवत ने स्पष्ट कर दिया कि संघ आम चुनाव से पहले हिंदुत्व के मुद्दे को और धार देगी।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-09-25 12:38 IST

Rss chief Mohan Bhagwat (photo: social media) 

RSS Mohan Bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत के तीन दिवसीय लखनऊ दौरे का समापन हो चुका है। इस दौरान उन्होंने अवध प्रांत के प्रचारकों और पदाधिकारियों के साथ बैठक कर जमीनी स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा की। बैठक के आखिरी दिन कल यानी रविवार 24 सितंबर को उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि संघ आम चुनाव से पहले हिंदुत्व के मुद्दे को और धार देगी।

संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक में मोहन भागवत ने लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे विषयों पर चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए नए सिरे से अभियान की शुरूआत की जाएगा। लव जिहाद और धर्मांतरण को रोकने के लिए जरूरी है कि समाज को जागरूक किया जाए। दरअसल, इससे पहले हिंदू जागरण मंच और विश्व हिंदू परिषद ने भी संघ प्रमुख के समक्ष बैठक के दौरान इन मुद्दों को उठाया था।

शाखा के विस्तार पर जोर

सर संघचालक मोहन भागवत ने निराला नगर स्थित कार्यालय में पदाधिकारियों और प्रचारकों से बैठक के दौरान कहा कि लव जिहाद और धर्मांतरण नहीं होना चाहिए। इसे रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि संघ की शाखाओं का अधिक से अधिक क्षेत्र में विस्तार होना चाहिए। जहां-जहां संघ की शाखाएं लगती हैं, वहां लव जिहाद और धर्मांतरण खुद-ब-खुद रूकने लगता है। भागवत ने कहा कि इन शाखाओं की मदद से संघ इनके खिलाफ मुहिम चलाएगी।

संघ के स्वयंसेवकों को दिया ये मंत्र

हिंदू धर्म में जाति का भेद खत्म करने के लिए लंबे समय से प्रयासरत संघ एक मंदिर, एक शमसान और एक कुएं का नारा देता रहा है। लखनऊ में अवध प्रांत के स्वयंसेवकों के साथ मीटिंग में भी संघ प्रमुख मोहन भागवत ने ये बातें दोहराईं और स्वयंसेवकों को इस गांव – गांव ले जाने को कहा है। उन्होंने कहा कि गांवों में सामाजिक समरसता इसी के जरिए आएगी।

लोकसभा चुनाव को लेकर भागवत का दौरा अहम

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का लखनऊ दौरा ऐसे वक्त में संपन्न हुआ है, जब लोकसभा चुनाव में साल भर से कम का समय रह गया है और जनवरी में अयोध्या में रामलला के मंदिर का भव्य उद्घाटन होने वाला है। वे अपने दौरे के पहले दिन ही सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर चुके हैं। दोनों के बीच करीब 45 मिनट तक बैठक चली थी। माना जा रहा है कि इस दौरान दोनों के बीच प्रदेश सरकार के कामकाज, राम मंदिर का उद्घाटन और आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई होगी। संघ और बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले हिंदुत्व के मुद्दे को गरमाना चाहती है। संघ प्रमुख ने लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों का जिक्र कर इसके संकेत दे दिए हैं।

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