सरकारी हैंडपंप बना राजनीतिक पार्टियों की साख का सवाल
एक सरकारी हैंडपंप ने सहारनपुर की राजनीति को गरमा दिया है।
Saharanpur News: एक सरकारी हैंडपंप ने सहारनपुर की राजनीति को गरमा दिया है। हैंडपंप लगवाने की मांग को लेकर सहारनपुर जनपद के थाना बेहट क्षेत्र में जा रहे हैं दोनों कांग्रेसी विधायक नरेश सैनी और मसूद अख्तर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। ये दोनों विधायकों बैरिकेडिंग को तोड़कर हाईवे पर विरोध प्रदर्शन करना चाह रहे थे। पुलिस के रोकने पर जब नहीं माने तो दोनों विधायकों को हिरासत में लेकर सहारनपुर पुलिस लाइन भेज दिया गया। जहां थोड़ी देर बाद निजी मुचलको पर दोनों विधायकों को रिहा कर दिया गया। यह अलग बात है कि इन दोनों विधायकों को छुड़ाने के लिए खुद कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद पुलिस लाइन जाना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ के साथ राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद पुलिस लाइन पहुंचे जहां उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से बात की और दोनों विधायकों को निजी मुचलके पर छोड़ा गया।
बता दें कि सहारनपुर जनपद के थाना क्षेत्र के मोहल्ला मनिहारान में एक सरकारी हैंडपंप को लेकर विवाद हो रहा है। दरअसल इस हैंडपंप को उखड़वाने के लिए कुछ लोगों द्वारा उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया, जिस पर यह हैंडपंप जो कि सड़क के बीच में था हटा दिया गया। इस पर 1 दिन पूर्व कांग्रेस के 2 विधायकों नरेश सैनी और मसूद अख्तर ने वापस लगवाने की मांग को लेकर धरना दिया, जिस पर प्रशासन ने उन्हें हैंडपंप लगवाने का आश्वासन दे दिया।
जैसे ही इसकी भनक बजरंग दल को मिली तो उसने तुरंत थाना बेहट पहुंचकर अपना विरोध जताया वहां पर थाने में ही हनुमान चालीसा पढ़ा और हैंडपंप न लगवाने की मांग की। इस पर प्रशासन ने हैंडपंप को न लगवाने का आश्वासन दिया, जिसपर धरना समाप्त कर दिया गया। उसके बाद भीम आर्मी के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और उन्होंने अपना विरोध जताते हुए हैंडपंप को दोबारा वहीं लगवाने की मांग की। इसपर प्रशासन ने सभी पक्षों को बैठाकर इस संबंध में उच्चाधिकारियों के समक्ष निर्णय लेने का भरोसा दिलाया।
कांग्रेस के प्रदर्शन के मुद्देनजर और इस हैंडपंप को लेकर हो रही राजनीति के चलते थाना बेहट क्षेत्र पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण भारी फोर्स बल के साथ तैनात हो गए। साथ ही हाईवे पर बैरीकेडिंग भी कर दी गई। जब आज कांग्रेस के दोनों विधायक नरेश सैनी और मसूद अख्तर शयान मसूद के साथ मौके पर जा रहे थे तोू पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसपर दोनों विधायकों ने वहीं हाईवे पर बैठ कर अपना विरोध जताने और धरना देने का प्रयास करने लगे। पुलिस ने उन्हें वहां से उठाते हुए सहारनपुर पुलिस लाइन भेज दिया।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव इमरान मसूद का कहना है कि पानी हिंदू-मुस्लिम कैसे हो सकता है? यह झगड़ा तो दो दुकानदारों का झगड़ा है और दोनों ही हिंदू हैं। मुसलमान तो है ही नहीं वहां पर। यह बिना वजह की बात है। यह लड़ाई सिर्फ इस बात की है कि पिछले 60 सालों से चल रहा नल क्यों हटा दिया गया। बेवजह इस मामले को हिंदू-मुस्लिम बनाया जा रहा है क्योंकि भाजपा के पास कोई और मुद्दा नहीं है। इमरान मसूद ने कहा कि हमने अभी भी नल लगवाने की मांग की है और प्रशासन ने हमें बाजार में नल लगवाने का आश्वासन दिया है।
विधायक नरेश सैनी ने कहा कि यह हिंदू-मुस्लिम मसला नहीं है, हिंदुओं के ही फोन आने पर ही वह वहां पर गए थे। यह मामला हिंदू और मुस्लिम का नहीं बल्कि इंसानियत का है। वहीं सहारनपुर देहात से विधायक मसूद अख्तर ने प्रशासन का तानाशाह रवैया बताते हुए कहा कि कई सालों से यह हैंडपंप कई लोगों की प्यास बुझाता आया है। आज पहुंचने से पहले ही प्रशासन द्वारा तानाशाह रवैया दिखाते हुए बेहट एंट्री पर ही हमें रोककर सहारनपुर पुलिस लाइन लाने का काम किया गया। हमारी पहली प्राथमिकता यही रहेगी कि जनपद में शांति और अमन बना रहे। नल का क्या है कल को हमारी सरकार आएगी तो हम उस नल को लगवाने का काम करेंगे। फिलहाल एक बार फिर प्रशासन ने हमें नल लगाने का आश्वासन दिया है।
एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि दोनों विधायक एक विवाद के चलते बेहट जा रहे थे। जहां पर उन्हें माहौल बिगड़ने की आशंका से रोका गया। दोनों विधायकों को गिरफ्तार कर यहां पुलिस लाइन लाया गया। उन्होंने बताया कि दोनों विधायकों को फिलहाल निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि थाना क्षेत्र के मनिहारान में एक सरकारी हैंड पंप को उखड़वाने के विरोध में और दोबारा लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस के विधायक पहले धरना दे चुके थे। इसके बाद दूसरा पक्ष भी सक्रिय हो गया था, जिसके चलते अब वहां पर भारी फोर्स पर लगा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है और इस संबंध में विचार विमर्श कर ही उचित निर्णय लिया जाएगा।