Akhilesh Yadav: ‘यूपी में का बा’ के इन सवालों का अखिलेश ने कुछ इस अंदाज में दिया जवाब, बोले नोटिस वाली सरकार
Up News: लोकगायिका नेहा सिंह राठौर को पुलिस ने नोटिस थमा दिया है, जिस पर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा है।
UP News: कानपुर देहात कांड को लेकर यूपी की सियासत गरमाई हुई है। मां-बेटी की निर्मम मौत को लेकर देशभर में यूपी सरकार की भारी किरकिरी हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। कानपुर देहात कांड पर अपने गाना के जरिए यूपी सरकार पर निशाना साधने वाली लोकगायिका नेहा सिंह राठौर को पुलिस ने नोटिस थमा दिया है, जिस पर अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा है। सपा सुप्रीमो ने उनकी चर्चित गीत ‘यूपी में का बा’ का जवाब देते हुए योगी सरकार पर निशाना साधा है।
नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट करते हुए लिखा, यूपी में का बा ? - यूपी में झुठ्ठे केसों की बहार बा, यूपी में गरीब-किसान बेहाल बा, यूपी में पिछड़े-दलितों पर प्रहार बा, यूपी में कारोबार का बंटाधार बा, यूपी में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार बा, यूपी में बिन काम के बस प्रचार बा, यूपी में अगले चुनाव का इंतज़ार बा, यूपी में अगली बार भाजपा बाहर बा। सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव का यह ट्वीट वायरल हो रहा है।
मंगलवार को भी साधा था निशाना
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने मंगलवार को विधानसभा के बाहर कानपुर देहात कांड को लेकर योगी सरकार पर जोरदार हमला बोला था। उन्होंने कहा कि कानपुर देहात कांड का एक नया वीडियो आया है। कानपुर देहात के जिस परिवार के साथ घटना हुई, मां-बेटी जिनको जला दिया गया। सरकार और प्रशासन के इशारे पर बुलडोजर चला, जान चली गई। उसके भाई का वीडियो वायरल हो रहा है।
उसके कपड़े उतार दिए, नंगा करके पुलिस खड़ी कर रही है। किसी के भाई और किसी के बेटे को अर्धनग्न खड़ा करना,कहां का लोकतंत्र है। अधिकारियों को खुली छूट दे रखी है। प्रशासन के इशारे पर मां-बेटी को चलाकर बुलडोजर चला दिया गया। ऐसे सीनियर अधिकारी पर क्या कार्रवाई हो रही है ? अधिकारी अगर लोगों को नंगा करने लगे, तो कहां से निवेश आएगा।
बता दें कि कानपुर देहात कांड का एक और वीडियो पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो मां-बेटी की मौत से पहले का है। वायरल वीडियो में डीएम दफ्तर पहुंचे शिवम दीक्षित कड़ाके की ठंड में अधिकारियों के सामने कपड़े उतारता नजर आ रहा है। वीडियो को लेकर सपा ने सीएम योगी आदित्यनाथ से सवाल किया कि आखिर आरोपी डीएम, एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों पर बुलडोजर कब चलेगा ?