UP Election 2022: सपा में मचा घमासान, उम्मीदवारों को सीधे मिलेगा सिंबल, पुराने नेताओं का टिकट कटना तय
समाजवादी पार्टी में कई दलों से आए नेताओं की भारी भीड़ होने से अब टिकट के लिए काफी मारामारी है। दूसरे दलों से आये नेता टिकट मिलने की बात पर ही पार्टी ज्वाइन किया है।
UP Election 2022: समाजवादी पार्टी में टिकट को लेकर हो रही मारामारी के बीच अब उम्मीदवारों (samajwadi party 2022 candidate list) को सीधे सिंबल थमाएगी। विवाद से बचने के लिए पार्टी सार्वजनिक सूची से परहेज करेगी। रविवार को दो प्रत्याशियों का सिंबल संबंधित पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोगों को इसकी जानकारी हुई। वायरल पत्र के मुताबिक सपा ने मेरठ की सरधना से अतुल प्रधान और हस्तिनापुर से योगेश वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। जबकि पार्टी की ओर से इसकी कोई आधिकारिक सूची जारी नहीं की गई है।
वहीं शनिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी कहा था कि जरूरत पड़ने पर सीधे उम्मीदवारों को फार्म ए व बी उपलब्ध कराएंगे। इन दो सीटों के आवला कुछ और भी उम्मीदवार पार्टी का सिंबल मिलने की बात कर रहे हैं।
सपा में पुराने नेताओं के टिकट कटने तय
दरअसल समाजवादी पार्टी में कई दलों से आए नेताओं की भारी भीड़ होने से अब टिकट के लिए काफी मारामारी है। दूसरे दलों से आये नेता टिकट मिलने की बात पर ही पार्टी ज्वाइन किया है ऐसे में समाजवादी पार्टी के पुराने नेताओं के टिकट कटने तय है कुछ नेताओं के टिकट भी कट गए हैं।
विरोध से बचने के लिए समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवारों की दो सूची जारी करने के बाद अब इस नई रणनीति को अपनाया है। इसके तहत व सूची सार्वजनिक नहीं कर रही बल्कि सीधे उम्मीदवारों को सिंबल व अनुमति संबंधित प्रपत्र उपलब्ध करा रही है। इसका प्रमाण रविवार को दिखाई दिया जब सरधना और हस्तिनापुर के सिंबल पाने वाले उम्मीदवारों के पत्र वायरल हुए।
सपा और आरएलडी गठबंधन ने अब तक दो सूची जारी कर 36 उम्मीदवारों की घोषणा की थी। इनमें समाजवादी पार्टी के 10 उम्मीदवार शामिल थे। इस बीच अलीगढ़ और मथुरा की मांट सीट पर विवाद शुरू हो गया। ऐसे में विवाद से बचने के लिए सपा ने सूची सार्वजनिक करने के बजाए सीधे उम्मीदवारों को फार्म ए और फॉर्म बी (सिंबल अनुमति पत्र) देना शुरू कर दिया है।
एक नेता ने किया आत्मदाह का प्रयास
सपा की पहली लिस्ट जारी होने के बाद निराश एक नेता ने रविवार को प्रदेश कार्यालय के बाहर आत्मदाह तक प्रयास कर डाला। अलीगढ़ के छर्रा विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे ठाकुर आदित्य ने पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कई सालों से पार्टी के लिए जमीन स्तर पर काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि नेताओं की ओर से कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिला तो वह मजबूर होकर आत्मदाह जैसे कदम उठाने को मजबूर हुआ।