Sant Kabir Nagar News: रोजगार सेवक के आरोप पर ग्राम प्रधान का पलटवार, बोली विकास कार्यों को बाधित कर रहा था रोजगार सेवक

Sant Kabir Nagar News: प्रधान नीलम सिंह ने बताया कि रोजगार सेवक द्वारा विकास कार्यों में लगातार बाधा डाला जा रहा था जिससे ग्राम पंचायत का कार्य बाधित हो रहा था जिसके लिए रोजगार सेवक को कार्य मुक्त किया गया।;

Update:2025-04-14 16:07 IST

रोजगार सेवक और ग्राम प्रधान लगा रहे एक दूसरे पर भ्रष्टाचार करने का आरोप (Photo- Social Media)

Sant Kabir Nagar News: यूपी के संत कबीर नगर जिले में भ्रष्टाचार के आरोप में एक रोजगार सेवक को कार्य मुक्त किया गया था इसके बाद रोजगार सेवक ने प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था जिसको प्रधान नीलम सिंह और ग्रामीणों ने रोजगार सेवक के आरोपी को एक सिरे से खारिज करते हुए रोजगार सेवक को ही भ्रष्टाचार में लिप्त होने की बात कही है।

भ्रष्टाचार के आरोप में रोजगार सेवक पर हुई कार्रवाई

आपको बता दें कि संतकबीरनगर जिले में सीएम योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति का बड़ा असर देखने को मिला है। जिसके तहत भ्रष्टाचार के आरोप में घिरे एक रोजगार सेवक के ऊपर अधिकारियों ने गाज गिराते हुए उसे पदमुक्त कर दिया है। पूरा मामला नाथनगर ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत कलान का है जहां के ग्रामीणों की बयान हल्फ़ी के बाद ग्राम प्रधान की अगुआई वाली समिति ने कार्यवाही करते हुए रोजगार सेवक राम रूप को सेवा से मुक्त कर दिया है।


सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन का नजारा जब ग्राउंड लेबल पर भी देखने को मिला तब सभी ने इसकी प्रशंसा की। आपको बता दें कि बड़े स्तर पर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ एक्शन देख एक ग्राम पंचायत की कार्यकारिणी ने भी ग्राम पंचायत के रोजगार सेवक के भ्रष्टाचार, आवास के लाभार्थियों से अवैध वसूली और विकास कार्य में बाधा उत्पन्न करने के चलते पद से कार्य मुक्त किए जाने का फरमान सुना डाला।

मनरेगा योजना में हुआ बड़ा घोटाला

बताते चलें कि नाथनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत कलान में मनरेगा योजना में ठेकेदारी करने की चाहत रखने वाले रोजगार सेवक राम रूप द्वारा आवास के लाभार्थियों से 23 हजार रुपए की वसूली, विकास कार्यों में अड़ंगेबाजी, ग्रामीणों से पेंशन बनवाने की मांग को लेकर अवैध वसूली की तमाम शिकायतें जब ग्राम प्रधान नीलम सिंह तक पहुंची तब उन्होंने कार्यकारिणी की बैठक बुलाई।

एडीओ पंचायत के निर्देश में हुई कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से उक्त भ्रष्टाचारी रोजगार सेवक को कार्य मुक्त करने का फैसला सुनाया गया। ग्राम पंचायत की इस कारवाई ने ग्रामीणों को जहां एक तरफ राहत की सांस लिया वहीं योगी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति का गांव स्तर पर अनुपालन होते देख सरकार के प्रति ग्रामीणों का भरोसा भी बढ़ता दिखा है।


प्रधान नीलम सिंह ने का कहना है कि

इस दौरान प्रधान नीलम सिंह ने बताया कि रोजगार सेवक द्वारा विकास कार्यों में लगातार बाधा डाला जा रहा था जिससे ग्राम पंचायत का कार्य बाधित हो रहा था जिसके लिए रोजगार सेवक को कार्य मुक्त किया गया। रोजगार सेवक द्वारा जो भी आरोप लगाया गया है वो पूरी तरह से निराधार है।

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