संतकबीरनगर : धरने पर बैठे डॉक्टरों को पुलिस ने हिरासत में लिया
जिला अस्पताल में बाइस वर्षीय युवक की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों के द्वारा हंगामा काटे जाने के विरोध में धरने पर बैठे डॉक्टरों को हिरासत में ले लिया गया। मामले की सूचना के बाद अस्पताल पहुंचे एसपी ने पहले डॉक्टरों को समझाया बुझाया और यह कहकर चले गए कि कोई भी डॉक्टर नेतागिरी न कर अपने डियूटी को कुशलतापूर्वक अंजाम दे।
गोरखपुर/ संतकबीरनगर: जिला अस्पताल में बाइस वर्षीय युवक की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों के द्वारा हंगामा काटे जाने के विरोध में धरने पर बैठे डॉक्टरों को हिरासत में ले लिया गया। मामले की सूचना के बाद अस्पताल पहुंचे एसपी ने पहले डॉक्टरों को समझाया बुझाया और यह कहकर चले गए कि कोई भी डॉक्टर नेतागिरी न कर अपने डियूटी को कुशलतापूर्वक अंजाम दे।
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लेकिन एसपी आकाश तोमर के जाने के बाद डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी उनकी बात को नजरअंदाज करते हुए फिर हड़ताल पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस बात की जानकारी जैसे ही एसपी आकाश तोमर को हुई तो वो पुनः जिला अस्पताल पहुंचे और हड़ताली डॉक्टरों को हिरासत में ले लिया। पुलिस बल ने दर्जन भर डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों को जबरन हिरासत में लेते हुए उन्हें कोतवाली खलीलाबाद ले गए।
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एसपी आकाश तोमर के इस कदम की मृतक के परिजनों और मौजूद सैकड़ो लोगों ने सराहना भी की है। बताते चले कि यूपी के संतकबीरनगर जिले के जिला अस्पताल में उस वक्त हंगामा बरपा हो गया था जब इलेक्ट्रिक शॉट की चपेट में आये 22 वर्षीय युवक की इलाज में देरी के बजह से मौत हो गयी। युवक की मौत का ठीकरा इमरजेंसी में तैनात डॉक्टरों के ऊपर थोपते हुए परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा भी काटा था जिससे नाराज चिकित्सको और स्वास्थ्य कर्मियों ने कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठ गए थे, जिसकी सूचना पाकर एसपी मौके पर पहुंचे थे।
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