Sonbhadra News: शौचालय निर्माण में लाखों का घोटाला, कागज पर बने 300 शौचालय, जांच में सच आया सामने

Sonbhadra News: कोन ब्लाक के मिटिहिनिया गांव में हाईकोर्ट से आए आदेश के बाद की गई जांच में तीन सौ शौचालयों का निर्माण कागज पर किए जाने का मामला सामने आया है।

Update: 2022-07-18 13:34 GMT

सोनभद्र: शौचालय निर्माण में लाखों का घोटाला

Sonbhadra News: जिले की ग्राम पंचायतों में शौचालयों के कराए गए निर्माण में घपलेबाजी की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कोन ब्लाक के मिटिहिनिया गांव में हाईकोर्ट से आए आदेश के बाद की गई जांच में तीन सौ शौचालयों का निर्माण (toilets Scam) कागज पर किए जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। इसको लेकर सेक्रेट्री की तरफ से दिया गया स्पष्टीकरण भी असंतोषजनक पाया गया है। इसको देखते हुए जांच टीम के अगुवा तथा पीडी आरएस मौर्या की तरफ से बीडीओ कोन को मामले में कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं गांव स्तर पर नए सिरे से शौचालयों का निर्माण कराकर मामले की मैनेज करने की कोशिश शुरू हो गई है।

परियोजना निदेशक रामशिरोमणि मौर्य की तरफ से सेक्रेट्री शुभम को भेजी गई नोटिस और इसको लेकर बीडीओ को संदर्भित किए गए पत्र में कहा गया है कि हाईकोर्ट से आए आदेश के क्रम में ग्राम पंचायत कोन और मिटिहिनिया में जांच की कार्रवाई प्रचलित है। गत 25 मई को बीडीओ कोन और एडीपीआरओ प्राविधिक के साथ पीडी ने मिटिहिनिया में निर्मित कराए गए शौचालयों की जांच की।

600 शौचालयों में महज तीन सौ शौचालय ही निर्मित बाकी का घोटाला

अभिलेखों की जांच में पाया कि 600 शौचालयों के निर्माण के लिए धनराशि ग्राम पंचायत के खाते से आहरित की गई थी लेकिन जब निर्मित शौचालयों की कोडिंग कराई गई तो पता चला कि 600 शौचालयों की निकाली गई धनराशि के परिप्रेक्ष्य में महज तीन सौ शौचालय ही निर्मित कराए गए हैं। पत्र में कहा गया है कि शेष तीन सौ शौचालयों की कोडिंग न किए जाने से स्पष्ट है कि तीन सौ शौचालयों का निर्माण नहीं कराया गया है। जबकि इसकी धनराशि आहरित कर ली गई है जो वित्तीय गबन की श्रेणी में आता है। इसी तरह मनरेगा और राज्य वित्त योजनाओं में भी भारी वित्तीय अनियमितता की शिकायत मिली है।

उधर, जांच टीम के अगुवा परियोजना निदेशक रामशिरोमणि मौर्या ने बताया कि मिटिहिनिया में जो शौचालय निर्मित नहीं पाए गए थे। उसके लिए संबंधित सेक्रेट्री से स्पष्टीकरण मांगा गया था। जो स्पष्टीकरण आया था। वह संतोषजनक नहीं है। बीडीओ को कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। इस बारे में जानकारी के लिए बीडीओ मोहम्मद तारीक से उनके सेलफोन पर संपर्क का प्रयास किया गया तो उनका फोन स्वीच्ड आफ मिला।

जांच के दौरान मिली गड़बड़ियां

वहीं एडीओ पंचायत कोन महिपाल लाकड़ा का कहना था कि उन्हें कार्रवाई के निर्देश के बारे में जानकारी नहीं है। जांच के दौरान जो भी गड़बड़ियां मिली हैं। अगर उक्त के बाबत उन्हें कोई निर्देश मिलता है तो उसके क्रम में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि इससे पहले कोन ग्राम पंचायत प्रधानमंत्री आवास आवंटन में घपलेबाजी की शिकायत पाई गई थी, जिसको लेकर भी पीडी की तरफ से कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे।

बताते चलें कि हाईकोर्ट के आदेश पर कोन और मिटिहिनिया ग्राम पंचायतों में बरती गई गड़बड़ियों की जांच डीएम द्वारा कराई जा रही है। जांच टीम की अगुवाई पीडी आरएस मौर्य कर रहे हैं। इस प्रकरण में 15 अगस्त से पहले हाईकोर्ट में जरूरी जानकारियां उपलब्ध कराई जानी हैं, इसको देखते हुए कार्रवाई में तेजी बरती जा रही है।

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