आगरा: ताजमहल की सुरक्षा चाक चौबंद की जा रही है। यहां 140 कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो 24 घंटे यलो जोन यानी 500 मीटर की परिधि पर नजर रखेंगे। बता दें, कि पिछले कुछ दिनों में ताज की सुरक्षा में कई बार सेंध लग चुकी है।
लग रहे हैं सुरक्षा उपकरण
-ताजगंज प्रोजेक्ट के तहत स्मारक तक जाने वाले रास्तों पर सुरक्षा कड़ी की जा रही है।
-अब यहां 500 मीटर के यलो जोन में कैमरों समेत कई सुरक्षा उपकरण लगाए जा रहे हैं।
-नाइट विजन की सुविधा वाले फुल एचडी 140 कैमरे दिन-रात निगरानी करेंगे।
-शिल्पग्राम से ताज पूर्वी गेट पर40, पाठक प्रेस से दक्षिणी गेट तक 25, पश्चिमी गेट से दक्षिणी गेट तक 14, पश्चिमी गेट से अमरूद टीला पार्किंग और नीम तिराहा से पुरानी मंडी के बीच 49 कैमरे लगाए जाएंगे।
क्या है प्रोजेक्ट में
-ताजगंज प्रोजेक्ट में 116 फिक्सड डोम कैमरे, 16 पीटीजेड टाइप कैमरे और आठ एएनपीआर कैमरे होंगे।
-एएनपीआर कैमरा हर तरफ घूमेगा, जिससे चारों तरफ निगाह रखी जा सकेगी।
-पीटीजेड टाइप कैमरे एक निर्धारित क्षेत्र में जबकि फिक्सड डोम कैमरे आधे घूमेंगे।
-ताज के रास्तों पर 19 स्पीकर लगाने का प्रस्ताव है, जो गेट पर भीड़ को व्यवस्थित करेंगे।
-ताज के रास्तों पर 13 ऑटोमेटिक बैरियर्स लगाए जाएंगे।
तैयारी पर कंट्रोल रूम
-कैमरों की मॉनीटरिंग के लिए होटल अमर विलास के करीब कंट्रोल रूम तैयार किया जा रहा है।
-कंट्रोल रूम से शिल्पग्राम, ताज के पूर्वी गेट, पाठक प्रेस से दक्षिणी गेट, दक्षिणी गेट से पश्चिमी गेट होते हुए बाग खान-ए-आलम, श्मशान घाट मार्ग, नीम का तिराहा से शाहजहां गार्डन होते हुए पुरानी मंडी चौराहा और अमरूद का टीला पार्किंग तक नजर रखी जा सकेगी।
-ताजगंज प्रोजेक्ट के नोडल अधिकारी और क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी दिनेश कुमार ने नई व्यवस्था की जानकारी दी।
-उन्होंने बताया कि 197 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में सुरक्षा, सुंदरीकरण और पर्यटकों की सुविधाओं का काम हो रहा है।