सहारनपुर: यूपी की योगी सरकार भले ही अधिकारियों को बार बार यह आदेश करें कि किसी की भी समस्या का त्वरित समाधान होना चाहिए। सरकार यह भी भले ही दावा करे कि समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। लेकिन सरकार के यह दावे उस समय बेमाने नजर आते हैं, जब एक 82 साल के सीनियर सिटीजन को अपनी समस्याओं के लिए अधिकारियों को चक्कर काटते हुए देखा जाता है। यहां 82 साल के बुजुर्ग ने समस्या का समाधान न होने पर मुख्यमंत्री से इच्छा मृत्यु की मांग की है। बुजुर्ग द्वारा इच्छा मृत्यु मांगे जाने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। हाल यह है कि इच्छा मृत्यु मांगने के लिए यह बुजुर्ग एसडीएम बेहट के पैरों को पकड़ कर मनुहार करने लगा। उसने कहा कि वह सिस्टम से हार गया है। अब वह जीना नहीं चाहता।
बुजुर्ग के मकान पर दबंग की बुरी नीयत
मामला बेहट कोतवाली क्षेत्र के गांव बाबैल का है। गुरुवार को इस गांव के रहने वाले 82 वर्षीय जाधव राम शर्मा एसडीएम बेहट से इच्छा मृत्यु की मांग करने तहसील पहुंचे। जाधव राम शर्मा का इस दुनिया में कोई नहीं है। यानि कि वह पूरी तरह से अकेले रहते हैं। बकौल जाधव राम उसके गांव में उसके पड़ोस में रहने वाला एक दबंग अधिवक्ता उसके मकान पर कब्जा करना चाहता है। वह इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से कर चुका है, लेकिन बार-बार शिकायत करने पर भी उसकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है और न ही आरोपित अधिवक्ता के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। जाधव राम का आरोप है कि उसका पड़ोसी अधिवक्ता उसे जान से मारने की धमकी देता है। जाधव ने बताया कि पुलिस से लेकर तहसील और तहसील दिवस तक शिकायत दर्ज करा चुका है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। किसी भी अधिकारी ने बुजुर्ग की समस्या का समाधान नहीं किया। अब आखिर में हार मान कर पीड़ित जाधव शर्मा ने मुख्यमंत्री के नाम प्रार्थना पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग की है।
नहीं मिली परमीशन तो तहसील में करेगा सुसाइड
बुजुर्ग ने कहा कि सीएम को पत्र लिखा है। उनसे मांग की है कि या तो उसके साथ न्याय किया जाए अन्यथा उसे इच्छा मृत्यु की परमीशन दी जाए। अगर इसके बाद भी कोई सुनवाई न हुई तो तहसील में ही अपनी जान दे देंगे। बुजुर्ग ने एसडीएम बेहट को इच्छामृत्यु का प्रार्थना पत्र सौंपा है। वहीं प्रार्थना पत्र से पहले परेशान बुजुर्ग रोते हुए एसडीएम के पैरों में भी गिर पड़ा। दूसरी ओर एसडीएम बेहट वैभव शर्मा का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जल्द ही पीड़ित बुजुर्ग को न्याय दिलाया जाएगा।