Shafiqur Rahman Barq Statement: सपा सांसद का बेतुका बयान, बोले- बेटियों की शादी की उम्र बढ़ाने से बढ़ेगी 'आवारागर्दी'
Shafiqur Rahman Barq Statement: यूपी के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्र रहमान वर्क का बेतुका बयान समाने आया है। उन्होंने कहा कि बेटियों की शादी की उम्र 21 साल किए जाने से आवारागर्दी बढ़ेगी।
Shafiqur Rahman Barq Statement: केंद्र सरकार द्वारा बेटियों की शादी करने के लिए 21 वर्ष की आयु करने के विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद यूपी के संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क का बेतुका बयान (Shafiqur Rahman Barq Statement: ) समाने आया है। उन्होंने एक टीवी चैनल से बात करते हुए इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए इसका विरोध किया और बेतुका बयान दे डाला। अक्सर अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले शफीकुर्र रहमान बर्क ने कहा कि बेटियों की शादी (betiyon ki shaadi) की उम्र 21 साल किए जाने से आवारागर्दी बढ़ेगी। उनके इस बयान पर बीजेपी ने विरोध जताया है। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) ने कहा कि देश आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। सपा सांसद का ये बेतुका बयान उनकी मानसिकता को दर्शाता है।
बता दें केंद्रीय कैबिनेट ने लड़कों की तरह ही लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 वर्ष किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दिया है। मोदी कैबिनेट ने विवाह की उम्र में 43 साल बाद बदलाव किया है। इससे पहले 1978 में विवाह उम्र बदलाव किया गया था। फिलहाल बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 लागू है। जिसके मुताबिक़ 21 और 18 से पहले की शादी को बाल विवाह माना जाएगा। ऐसा करने और करवाने पर 2 साल की जेल और एक लाख तक का जुर्माना हो सकता है। गौरतलब है कि 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले से ये घोषणा की थी। उसी घोषणा पर अब मोदी सरकार आगे बढ़ रही है।
पिछले साल सौंपा गया था प्रस्ताव
बता दें, सरकार ने पिछले साल जून में महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया था। टास्क फोर्स ने साल 2020 में ही शादी की उम्र बढ़ाने के प्रस्ताव पर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार समता पार्टी की पूर्व सदस्य और टास्क फोर्स की प्रमुख जया जेटली ने इसकी सिफारिश की थी। साथ ही टास्क फोर्स ने अपनी रिपोर्ट में लड़कियों के मां बनने की उम्र सीमा और महिलाओं से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी अपनी सिफ़ारिश दी थी।