शाहजहांपुर: दिपावली त्योहार पर यहां के डीएम और एसपी ने ऐसे बच्चों के साथ कुछ वक्त बिताया जिनको दिन की रोशनी का अहसास तक नही होता है और न ही ऐसे बच्चे त्योहार मे पटाखे जलाकर उनका मजा ले पाते है। जब सब अपने परिवार के साथ त्योहार की तैयारियों मे लगे थे तब यहां के डीएम और एसपी मूकबधिर बच्चो के साथ दिपावली का त्योहार मनाने पहुच गए।
जब मूकबधिर बच्चो को पता चला कि उनके साथ कोई त्योहार मनाने आया है और उनके दिपावली के त्योहार पर पटाखे मिठाई गिफ्ट मे दिए है तो बच्चो के चेहरे खिल गए। साथ ही डीएम और एसपी ने मूकबधिर बच्चों के साथ दीप भी जलाया।
ये वो बच्चे है जो आम इंसानो के दूर रहते है। क्योंकि ये बच्चे न तो सुन पाते है और न ही बोल पाते है। इन बच्चो को मूकबधिर कहा जाता है। दिपावली का पर्व आने वाला है। लेकिन इन बच्चो को नही पता कि दिपावली पर पटाखे जलाकर किस तरह से खुशिया मनाई जाती है। लेकिन यहां के डीएम अमृत त्रिपाठी और एसपी एस चिनप्पा ने इन बच्चो की सुध ली और दोनो ही जिले सबसे बङे अधिकारी प्राथमिक विद्यालय रोटी गोदाम पर पहुच गए।
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यहां उन्होंने पहले तो बच्चों से बात की उसके बाद उन्होने बच्चो को बताया कि दिपावली का त्योहार आने वाला है। वह दिपावली का त्योहार बच्चो के साथ मनाने आए है। साथ ही वह बच्चो के लिए गिफ्ट मे पटाखे मिठाई लेकर आए है। बच्चो के साथ डीएम ओर एसपी ने दीप प्रज्ज्वलन भी किया। डीएम और एसपी की इस पहल के बाद बच्चो के चेहरे खिल उठे। और उन्होंने डीएम और एसपी के साथ मिलकर त्योहार मनाया।
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डीएम अमृत त्रिपाठी के मुताबिक बच्चो के साथ दीप प्रज्ज्वलन करना उनको अकेले होने का अहसास को खत्म कर देती है। ये बच्चे समाज थोङा दूर रहते है। लेकिन त्योहार पर उनका ख्याल रखना हमारा फर्ज है। इसलिए बच्चो को मिठाई और पटाखे भी दिए और उनके साथ दीप प्रज्ज्वलन भी किया।