Shamli News: चर्चित मिठाई की दुकान पर जीएसटी विभाग का छापा, 7 घंटे तक चली छापेमारी की कार्यवाही

Shamli News: जांच में पता चला कि जो टैक्स रिटर्न व्यापारी द्वारा फाइल किया गया है वह बहुत ही कम है, जबकि जांच के दौरान सेल बहुत अधिक पाई गई है।

Written By :  Pankaj Prajapati
Update: 2022-10-19 03:45 GMT

चर्चित मिठाई की दुकान पर जीएसटी विभाग का छापा (photo: social media )

Shamli News: उत्तरप्रदेश के जनपद शामली में सहारनपुर से आई है जीएसटी की टीम ने शामली जीएसटी की टीम के साथ मिलकर संयुक्त रूप से शहर स्थित भगत जी स्वीट्स पर छापेमारी की। टीम ने दुकान में रखे सामान का क्रय विक्रय का बिल मांगा तो दुकानदार कोई भी बिल निकाल नहीं पाया। करीब 5 घंटे तक चली इस जांच में पता चला कि जो टैक्स रिटर्न व्यापारी द्वारा फाइल किया गया है वह बहुत ही कम है जबकि जांच के दौरान सेल बहुत अधिक पाई गई है। फिलहाल पुलिस देर रात तक जांच कर वापस लौट गई है और आगे की कार्यवाही की जा रही है।

दरअसल, आपको बता दें कि पूरा मामला जनपद शामली का है जहां पर सहारनपुर जीएसटी डिप्टी कमिश्नर मनोज विश्वकर्मा व ज्वाईंट कमिश्नर उमा शंकर ने शामली जीएसटी टीम को साथ लेकर शहर के नाला पटरी स्थित अंशुल मित्तल की मिठाई की दुकान भगतजी स्वीटस पर छापेमारी की। इस दौरान उन्होने दुकान संचालक से क्रय विक्रय करने का बिल मांगा तो वह कोई जवाब नही दे सका। दुकानदार द्वारा ग्राहकों को कोई बिल नही दिया जा रहा था। इसके बाद उन्होने दुकान के स्टाॅक की जांच की तो एक दुकान से भारी मात्रा में कई हजार किलो मिठाईयां व खाली डब्बे बरामद किए, जिनका भी बिल दुकानदार के पास नही मिल सका।

दुकानदार द्वारा नहीं दिया जा रहा था बिल

छापेमारी करने आई टीम ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनको सूचना मिल रही थी कि दुकानदार द्वारा किसी को भी बिल नहीं दिया जा रहा है। टीम लीडर जीएसटी डिप्टी कमिश्नर मनोज विश्वकर्मा ने बताया कि मिठाई का विशेष अभियान की कार्यवाही की जा रही है माननीय कमिश्नर लखनऊ के निर्देशन मैं देखा जा रहा है कि किसी मिठाई, पटाखे और ड्राई फ्रूट पर टैक्स नहीं आ रहा है क्या व्यापारी नियमित रूप से टैक्स नहीं दे रहा है। उसकी ज्यादा एनालिसिस की जा रही है और देखा जा रहा है कि कौन-कौन टैक्स नहीं दे रहा है।  इनकी जो डाटा एनालिसिस की गई थी उसमें जो टर्नओवर इंटेलिजेंस गेदर किया गया था उस हिसाब से नहीं आ रहा था जिस वजह से इनको जांच के लिए चयन किया गया है और जो इन्होंने टैक्स रिटर्न फाइल किया है और जो जांच में निकल कर आया है उससे कम फाइल किया है।

टीम ने बताया कि जांच में जो अभी तक पता चला है उसमें इनके द्वारा 40 परसेंट और अधिक के रिवेन्यू देना चाहिए जो अभी दे रहे हैं उसमें कम है। व्यापारी को निर्देशित किया गया है कि जो इनकी सूचना मिल रही थी कि यह बिल नहीं दे रहे हैं उसको कहा गया है कि यह नियमित रूप से बिल दे। टीम द्वारा छापेमारी के दौरान मिठाई की दुकान एवं अन्य व्यापारियों में हड़कंप मचा रहा।

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