Shamli News: पूर्व प्रधान की दबंगई, फौजी के पूरे परिवार ने किया पलायन

Shamli News Today: पीड़ितों का आरोप है कि दबंग पूर्व प्रधान के होते पुलिस हमारा कुछ काम नहीं कर सकती

Report :  Pankaj Prajapati
Update: 2022-11-06 15:46 GMT

Shamli News Troubled by bullying of former head entire family of army fled

Shamli News Today: शामली जनपद के झिंझाना थाना क्षेत्र के एक गांव में दबंगों के आगे देश की सुरक्षा में खड़े रहे फौजी के परिवार ने मजबूर होकर गांव छोड़ दिया। पीड़ितों का आरोप है कि दबंग पूर्व प्रधान के होते पुलिस हमारा कुछ काम नहीं कर सकती। जिस कारण फौजी का पूरा परिवार गांव से पलायन को मजबूर हो गया। पीड़ितों ने सोशल मीडिया पर रिश्तेदारों को बता कर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए गांव से पलायन कर दिया। फौजी का परिवार अब गांव छोड़कर कांधला कस्बे में रह रहा है। फौजी के परिवार को अब भी दबंग पूर्व प्रधान के लोगों से जान का खतरा सता रहा है। पुलिस मीडिया में मामला आने पर जांच कर कार्रवाई की बात कह रही है।

आपको बता दें कि मामला झिंझाना थाना क्षेत्र के गांव पिंडोरा का है जहां पर अली हसन का परिवार करीब 60 सालों से रहता आ रहा है। अली हसन के चार बेटे और दो बेटी हैं, जिनमें से एक बेटा हासिम अली आर्मी में जम्मू काश्मीर के लेह लद्दाख में पोस्टेड है, तो दूसरा बेटा साबिर अली रेलवे विभाग में गोरखपुर में तैनात हैं।

मामला 30 अक्टूबर का है जब गांव में अली हसन के घर के बाहर सड़क बनाने के बाद उस पर लकड़ी का पट्टा रखने को लेकर पूर्व प्रधान हरिंदर के साथ अली हसन के बेटे साबिर का विवाद हुआ था जिसमें हरेंद्र ने दो-तीन लोगों के साथ मिलकर उस को पीट दिया था। परिवार वालों ने छूट छोटा करा दिया लेकिन मामला बढ़ता देख परिवार वालों ने साबिर को तुरंत घर से ड्यूटी के लिए रवाना कर दिया।

परिवार जहां दहशत में जी रहा था वही हरिंदर व अन्य लोगों के द्वारा घर पर पहुंचकर धमकी देने और बेटे को मौजूद करने की बात कहते हैं। पीड़ित परिजनों की किसी ने मदद नहीं की तो उन लोगों ने डर के चलते गांव से पूरे परिवार के साथ पलायन कर लिया है। परिवार में 6 छोटे बच्चे और 7 बड़े महिला पुरुष हैं।

परिजनों का आरोप है कि हमें अब भी अपनी जान का खतरा था। इसीलिए हम लोग गांव से पलायन कर यहां पर किराए के मकान में रहने को मजबूर हो गए हैं जबकि आर्मी में तैनात हाशिम व रेल में पोस्टेड साबिर ने अपनी तनखा पर लोन लेकर मकान बनाया था और करीब 60 से 70 साल पुराना हमारा मकान है। पीड़ित परिजन ने बताया कि हमारे वालिद के वालिद भी यहीं पर पले बढ़े और यही उनका इंतकाल हुआ है।

परिजनों ने का कहना है कि हमारे करीब 4 बच्चे हैं जो पढ़ाई कर रहे थे दबंगों की दबंगई के आगे बच्चों की पढ़ाई भी छूट गई है, जिसमें 2 बच्चे कक्षा आठ में पढ़ते हैं और 2 फोर्थ में। वही पलिस अधिकारी से जब इस मामले में बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने जांच के बाद ही सख्त कार्रवाई करने की बात कही है।

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