Shamli News: शामली में प्रजापति समाज ने मांगी राजनीतिक हिस्सेदारी
Shamli News: शामली से प्रजापति समाज के सैकड़ो लोग दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए रवाना हो गए हैं। प्रजापति समाज के लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष दारा सिंह प्रजापति के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे।
Shamli News: शामली (Shamli)से प्रजापति समाज के सैकड़ो लोग दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन के लिए रवाना हो गए हैं। प्रजापति समाज के लोग राष्ट्रीय अध्यक्ष दारा सिंह प्रजापति (Rashtriya Prajapati Mahasabha President Dara Singh Prajapati) के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचकर प्रदर्शन करेंगे। प्रजापति समाज की एक संकल्प यात्रा दो दिन पूर्व हरिद्वार से शुरू हुई थी। जो आज दिल्ली के जंतर मंतर पर पहुंचकर समाप्त होगी और वहां पर प्रजापति समाज की तरफ से बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
राजनीतिक हिस्सेदारी की मांग
प्रजापति समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव कुमार (National Vice President Sanjeev Kumar) ने बताया कि आज दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन में वो केंद्र सरकार से प्रजापति समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी, अलग आरक्षण (Reservation), समाज की जनगणना व कई मुद्दों को लेकर ज्ञापन देंगे। क्योंकि प्रजापति समाज देश में बड़ी संख्या में होते हुए भी राजनीतिक रूप से पिछड़ा हुआ है। इसके लिए प्रजापति समाज के लोग यह प्रदर्शन कर रहे हैं। आज दिल्ली में होने वाले प्रदर्शन में समाज की बड़ी संख्या में जुड़ने वाली है। अगर सरकार हमें हिस्सेदारी नहीं देती है तो हम लोग चुनाव में वोट नही करेंगे। प्रजापति समाज के लोग पिछड़े हुए है जिससे हमारे समाज के लोग आगे उन्नति नहीं कर पा रहे है। 'हिस्सेदारी दो और वोट लो' आने वाले लोकसभा चुनाव 2024 (loksabha election 2024) में अगर हिस्सेदारी नहीं मिलती है तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
बेरोजगारी के लिए समाधान की आवश्यकता
प्रजापति समाज पिछड़ा हुआ है और प्रजापति समाज में जो नौजवान है वह बेरोजगार (Unemployed) है। प्रजापति समाज चाहता है कि नौजवानों की नौकरियां लगे। जिससे वह अपना परिवार खुशहाल तरीके से चला सके। सरकार प्रजापति समाज (Prajapati Samaj) के लिए वादे बहुत करती है लेकिन उसको निभाती नहीं है। अब प्रजापति समाज को राजनीतिक हिस्सेदारी चाहिए ताकि अपने समाज को आगे बढ़ा सके। जिससे हमारे आने वाली पीढ़ी कुशल रह सके और आने वाले समय में वह किसी के ऊपर निर्भर न रहे। सरकार प्रजापति समाज के लिए और जो बच्चे बेरोजगार है उनके लिए कुछ ऐसा सोचें जिससे समस्या का समाधान हो सके। चुनाव के समय समाज को साथ लेकर चलने की बात सरकार कहती है लेकिन बाद में प्रजापति समाज को भूल जाती है।