लखनऊ: भारत माता की जय बोलने से इनकार करने के बाद राजधानी आ रहे ओवैसी का जबरदस्त विरोध होने की संभावना है। उनके इस दौरे के दौरान शिवसेना ने ऐलान किया है कि ओवैसी का लखनऊ में मुंह काला करके जूताभिषेक किया जाएगा। शिवसेना के प्रदेश प्रेसीडेंट बीएन शुक्ला ने कहा कि इस पुण्य कार्य में उनका साथ अन्य हिंदू संगठन भी दे रहे हैं। वहीँ हिंदू महासभा की महिला प्रेसीडेंट किरण तिवारी ने कहा कि वे ओवैसी के इस बयान का विरोध कर रही हैं।
गौरतलब है कि बीते मंगलवार को शिव सेना ने ओवैसी का पुतला दहन भी किया था। ऐसे में अगर लखनऊ में ओवैसी के दौरे के दौरान किसी तरह का बवाल बढ़ता है तो सांप्रदायिक तानाव की स्थिति बन सकती है। सूत्रों की माने तो प्रशासन को इस तरह की सूचना इंटेलिजेंस द्वारा दी जा चुकी है।
क्या है मामला
-एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि वह भारत माता की जय नहीं बोलेंगे।
-ओवैसी ने कहा है कि चाहे मेरे गले पर चाकू लगा दो पर मैं भारत माता की जय नहीं बोलूंगा।
-संघ नेताओं के कहने पर वो भारत माता की जय के नारे नहीं लगाएंगे।
औवेसी ने क्यों दिया था बयान
-आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के विरोध में ओवैसी ने यह बात कही थी।
-भागवत ने पिछले दिनों सुझाव दिया था कि नई पीढ़ी को भारत माता की जय बोलना सीखाना होगा।
ओवैसी ने कहां दिया बयान
-ओवैसी ने महाराष्ट्र के लातूर जिले के उडगीर में आयोजित एक सभा में यह बयान दिया था।
-जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि मैं वह (भारत माता की जय) का जयकारा नहीं लगाता।
-ओवैसी ने कहा कि भागवत साहब, आप क्या करने जा रहे हैं।
-आप यदि मेरी गर्दन पर छूरी रख दें तो भी मैं यह नारा नहीं लगाऊंगा।
हमारे संविधान में नहीं लिखा हैं भारत माता की जय बोलना है जरूरी
-यह हमारे संविधान में कहीं नहीं लिखा है कि भारत माता की जय बोलना जरूरी है।
-औवेसी ने कहा कि चाहे तो मेरे गले पर चाकू लगा दीजिए, पर भारत माता की जय नहीं बोलूंगा।
-इसकी आजादी मुझे मेरा संविधान देता है।
पब्लिसिटी पाने का स्टंट है ओवैसी का यह बयान
-ओवैसी की पार्टी से जुड़े सूत्रों की माने तो भारत माता की जय न बोलने वाला यह बयान असदुद्दीन ओवैसी की सोची समझी रणनीति है।
-वे अपने यूपी दौरे के पहले इस तरह का माहौल तैयार करके, इसका पूरा फायदा उठाना चाहते हैं।