अखिलेश को मुलायम की डांट पर नरम पड़े शिवपाल, कहा- नेताजी का संकेत ही आदेश

Update:2016-08-15 17:52 IST

लखनऊ/इटावाः अखिलेश यादव को मुलायम सिंह की फटकार के बाद उनके भाई और सूबे के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने अपना रुख नरम कर लिया है। शिवपाल ने यूपी में जमीनों पर कब्जे और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाते हुए रविवार को इस्तीफे की धमकी दी थी। सोमवार को उन्होंने इस्तीफा देने की धमकी दोहराई थी। मुलायम ने अखिलेश को जब फटकार लगाई तो अब शिवपाल का कहना है कि नेताजी का संकेत ही मेरे लिए आदेश है।

ट्वीट में क्या लिखा?

शिवपाल सिंह ने सोमवार शाम करीब साढ़े सात बजे ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'हम सब एक हैं और अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध हैं। नेताजी का संकेत ही मेरे लिए आदेश है।'

मुलायम आए थे रार को थामने

मैनपुर में शिवपाल सिंह ने रविवार को कहा था कि जमीनों पर कब्जा करने वाले और कमीशनखोरों पर कार्रवाई न हुई तो वह मंत्री पद छोड़कर आम लोगों के लिए काम करेंगे। सोमवार को भी उन्होंने यही बात दोहराई थी। हालांकि, सोमवार को सपा दफ्तर में ध्वजारोहण के बाद मुलायम ने कहा था कि पार्टी में शिवपाल सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने अखिलेश के लिए ये तक कह दिया था कि सरकार के मंत्री तो गद्दों पर सोते हैं और अखिलेश ने पार्टी बर्बाद कर दी।

वीडियो में देखें-किस तरह शिवपाल ने फिर दी इस्तीफे की धमकी...

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फिलहाल कुनबे में लौटी शांति

शिवपाल सिंह के ट्वीट से साफ है कि फिलहाल सपा सुप्रीमो के कुनबे में रार थम गई है। लेकिन जिस तरह तलवारें अभी भी खिंचीं है, उससे ये सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कब तक ये शांति बनी रहती है।

क्या बोले थे शिवपाल?

शिवपाल ने कहा कि अवैध कब्जे करने वालों और नकली शराब बिकवाने वालों की शिकायत नेताजी (मुलायम) और अखिलेश से करूंगा। अगर ऐसे लोगों पर कार्रवाई न हुई तो इस्तीफा दे दूंगा। उन्होंने कहा कि इस तरह पार्टी में मंत्री बने रहने का कोई फायदा नहीं है। वह इस्तीफा देकर आम लोगों के साथ मिलकर जनता के लिए काम करेंगे। जब उनसे कहा गया कि नेताजी ने उनके पक्ष में कुछ कहा है तो शिवपाल ने कहा कि ठीक है देखेंगे।

रविवार को भी दी थी इस्तीफे की धमकी

शिवपाल सिंह ने मैनपुरी में एक कार्यक्रम के दौरान रविवार को भी इन्हीं मुद्दों पर इस्तीफा देने की धमकी दी थी। शिवपाल ने कहा था कि सपा के ही दबंग लोग कमजोरों का दमन कर रहे हैं। जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं। थानों और तहसीलों में दलालों का बोलबाला है। अगर इसे नहीं रोका गया तो वह इस्तीफा दे देंगे। शिवपाल ने अफसरों के बारे में भी कहा था कि कई ऐसे अफसर हैं, जो बातों को अनसुना कर देते हैं। नेताजी ने पार्टी को संघर्ष के साथ खड़ा किया, लेकिन कुछ लोग पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।

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