Shivpal Singh Yadav: शिवपाल यादव ने बताया, मुलायम सिंह ने कारसेवकों पर क्यों चलवाई थी गोलियां?
Shivpal Singh Yadav: सपा महासचिव शिवपाल सिंह ने मुलायम सिंह का बचाव करते हुए कहा कि संविधान की रक्षा करने के लिए कार सेवकों पर गोलियां चलवाई गई थी। उन्होने कहा कि जब न्यायालय का आदेश यथास्थित बनाए रखने के लिए था तो उसका उल्लंघन क्यों किया गया।
Shivpal Singh Yadav: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में जहां एक ओर प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी चल रही है। इस बीच मुलायम सिंह द्वारा कारसेवकों पर चलवाई गोलियों की भी चर्चा हो रही है। समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने आज गुरुवार को तत्कालीन मुलायम सिंह सरकार द्वारा कारसेवकों पर चलवायी गई गोलियों की वकालत की है। उन्होने मुलायम सिंह का बचाव करते हुए कहा कि संविधान की रक्षा करने के लिए कार सेवकों पर गोलियां चलवाई गई थी। उन्होने कहा कि जब न्यायालय का आदेश यथास्थित बनाए रखने के लिए था तो उसका उल्लंघन क्यों किया गया।
संविधान की रक्षा के लिए चलवायी गई थी गोलियां
सपा महासचिव शिवपाल सिंह ने कहा गोलियां चलवाकर संविधान की रक्षा की गई थी। भारतीय जनता पार्टी के नेता झूठ बोलते हैं। कोर्ट ने स्टे दिया था और वहां विवादित ढांचा को इन लोगों ने तोड़ा था। ऐसे में यथास्थिति को संभालना तत्कालीन सपा सरकार की जिम्मेदारी थी। उन्होने कहा उस समय संविधान और कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया गया, लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई। शिवपाल यादव ने अयोध्या में 22 जनवरी को बीजेपी का राजनीतिक कार्यक्रम है, इसलिए हम लोग नहीं जा रहे हैं। 22 जनवरी के बाद हम लोग परिवार के साथ रामलला के दरबार में जाएंगे और दर्शन पूजन करेंगे।
बता दें कि इससे पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने कारसेवकों को अराजक तत्व बताया था। उन्होने कहा जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी, वहां पर बिना किसी न्यायपालिका या प्रशासनिक आदेश के बड़े पैमाने पर अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी। उन्होने कहा तत्कालीन सरकार ने अमन-चैन कायम करने के लिए गोलियां चलवाई थी, जो सरकार का कर्तव्य था।
मुलायम सिंह के आदेश पर चली थी गोलियां
30 अक्टूबर 1990 में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के लिए गोलीकांड हुआ था। जब कारसेवक अयोध्या गए थे तो उत्तर प्रदेश की सत्ता मुलायम सिंह यादव के हाथ में थी। कारसेवकों ने ढांचे की ओर बढ़ना शुरू किया तो पुलिस ने सरकार के आदेश पर पहले लाठीचार्ज किया और फिर बाद में कारसेवकों पर गोलियां चलवा दीं। जब गोली चली तो भगदड़ मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग गए। भीड़ में कई लोग कुचलकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 6 फरवरी 2014 को मैनपुरी में मुलायम सिंह यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कुबूला था कि उनके ही आदेश पर गोलियां चलाई गईं थीं।