Shravasti News : भीषण ठंड से कांपा तराई, रैन बसेरों पर अतिक्रमण, खुले में रात बिता रहे लोग
Shravasti News : पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी व पछुआ हवा से जिले में लोगों को जमकर गलन का एहसास हो रहा है। वहीं, प्रशासन की ओर से गरीबों, मजदूरों व बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए अब तक पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए।;
Shravasti News : तराई में चल रही शीतलहर से आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी व पछुआ हवा से जिले में लोगों को जमकर गलन का एहसास हो रहा है। वहीं, प्रशासन की ओर से गरीबों, मजदूरों व बेसहारा लोगों को ठंड से बचाने के लिए अब तक पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए। जिले के गिलौला बाजार समेत तमाम जगहों पर स्थापित रैन बसेरे बदहाल हैं। कुछ पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा है तो कई जगहों पर गंदगी का साम्राज्य है। ऐसे में शहरों में मेहनत मजदूरी करने आने वाले मजदूरों तथा बेसहारा लोगों को खुले में रात गुजारनी पड़ रही है। जिले में मंगलवार को जब रैन बसेरों की पड़ताल की गई तो सच्चाई उजागर हुई। कई रैनबसेरों में कहीं मवेशी तो कहीं गंदगी देखने को मिली।
जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी पहले ही रैन बसेरों में गरीबों को ठंड से बचाने के लिए कंबल व अलाव की लकड़ी रखवाने का निर्देश संबंधित को दिया है, लेकिन अभी तक पूरी तरह से कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। तराई में एक हफ्ते बाद सोमवार को जहां धूप खिली थी, वहीं मंगलवार को सुबह से ही पूरा दिन भीषण कोहरा रहा है। साथ ही तेज हवा और मौसम खराब होने के कारण आज के दिन इस वर्ष का सबसे ज्यादा ठंड दिन रहा है। शीतलहर के कारण मजदूर, राहगीर और विद्यालय के छात्र छात्राएं ठिठुरते दिखे।
पारा लुढ़का
वहीं, बादलों के छाए रहने से गलन बढ़ गई है। मंगलवार को दिन का न्यूनतम पारा लुढ़ककर 5 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। किसान अपने खेतों में भीषण ठंड के बावजूद पानी और खाद्य देते देखे गए। साथ ही छूटा जानवरों से बचाव करते हुए खेत के मेड़ों पर देखे गए। गिलौला विकास खंड के गांव सुबखा निवासी किसान सर्वेश कुमार तिवारी, राम किशन, ननके आदि ने बताया कि अगर ठंड पानी को देखते हुए घर में बैठ गए तो कब छुट्टा जानवर धावा बोल कर फसल को चट कर दे, कोई भरोसा नहीं है।
कोयले का दाम बढ़ा
तराई में भीषण सर्दी के चलते बाजार में कोयला व लकड़ी की बिक्री में भी इजाफा हुआ है। श्रावस्ती में पिछले साल की अपेक्षा इस साल कोयले के दाम में पांच रुपए प्रति किलो से ज्यादा का इजाफा हुआ है। बाजार में पत्थर का कोयला 30 से 35 रुपए तो लकड़ी का 40 से 45 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। पिछले साल लकड़ी के कोयले का भाव 35 रुपए प्रति किलो था। वहीं, लकड़ी का छोटा कोयला 35 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। वहीं, आरा मशीन पर बिकने वाली लकड़ी का भाव ठंड के कारण दस रुपये प्रति किलो से बढ़कर 12 से 15 रुपए प्रति किलो हो गया है।
मंगलवार को शीतलहर और अत्यधिक गलन से जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा। मौसम विभाग ने मंगलवार के लिए शीत दिवस व कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। मंगलवार को सर्द हवा लोगों को बेहाल करती रही। पछुआ हवाओं ने लोगों को ठिठुरने पर विवश कर दिया है। मंगलवार को कंपकंपाती ठंड में किसी तरह से गर्म कपड़े इत्यादि पहनकर घरों से बाहर निकले लोग अपने जरूरी काम निपटाते देखे गए। वहीं, नगर पालिका एवं प्रशासन की ओर से ठंड से बचाव के लिए जो सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलवाए गए। वह प्रर्याप्त नहीं है।
जिले में नौ रैन बसेरे संचालित
बता दें कि जिले के प्रशासन की ओर से ठंड से बचाव के लिए जिले के नौ स्थानों पर रैन बसेरा संचालित किया गया है। इसके बावजूद रात में यात्रा करने वाले लोगों के साथ-साथ अस्पताल में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों एवं फुटपाथ पर रेहड़ी व ठेला लगाकर रोजी रोटी करने वाले लोगों का ठंड से बुरा हाल है। लोग कूड़ा करकट जलाकर गरीब तबके के लोग ठंठ से निजात पाने का प्रयास कर रहे हैं।