Shravasti News: अवैध क्लीनिक संचालकों पर स्वास्थ्य महकमा मेहरबान, महिला के गर्भ में हुई शिशु की मौत

Shravasti News: मामला श्रावस्ती के गिलौला में संचालित संतोष पाली क्लीनिक का है। युवक ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी के गर्भ में बच्ची की मौत हो गई और क्लीनिक के डॉक्टरों ने इस बारे में जानकारी नहीं दी।;

Update:2025-01-09 18:22 IST

संतोष पाली क्लीनिक - (Photo- Social Media)

Shravasti News: उत्तर प्रदेश के जनपद श्रावस्ती में झोलाछाप डाक्टरों द्वारा अवैध तरीके से संचालित क्लीनिकों की भरमार है। अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक व अस्पतालों में योग्य चिकित्सक नहीं होते हैं। इससे मरीजों की जान भी जोखिम में रहती है। इसकी शिकायत जनपद वासी के समाज सेवी अक्सर विभागीय अधिकारियों से करते हैं, लेकिन इस ओर पूरी तरह से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जनपद में दर्जनों अस्पताल बिना स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के चल रहे हैं। इन अस्पतालों के संचालन के पीछे एक रैकेट की सक्रियता बताई जा रही है। ये रैकेट अस्पताल संचालकों को संरक्षण दे रहा है और उनसे अवैध वसूली भी की जाती है। यहां इलाज के नाम पर मरीजों की सेहत के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है।

कार्रवाई की मांग

ताज़ा मामला श्रावस्ती के गिलौला में संचालित संतोष पाली क्लीनिक का है। इस क्लीनिक में बहराइच जनपद के सेवढ़ा गांव के युवक ने प्रसव के मामले में इलाज में लापरवाही और धन उगाही का आरोप लगाते हुए संतोष पाली क्लीनिक के खिलाफ मुख्यमंत्री पोर्टल (आइजीआरएस) पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की है।

महिला के गर्भ में बच्ची की मौत

युवक ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी के गर्भ में बच्ची की मौत हो गई और क्लीनिक के डॉक्टरों ने इस बारे में जानकारी नहीं दी। बता दें कि शिकायत कर्ता धर्मेंद्र यादव, निवासी सेवढ़ा, बहराइच, अपनी पत्नी को विगत 30 दिसंबर 2024 को प्रसव के लिए संतोष पाली क्लीनिक गिलौला लेकर आया था। डॉक्टरों ने उन्हें नॉर्मल डिलीवरी का आश्वासन दिया था। आरोप है कि 2 जनवरी तक डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर उन्हें दौड़ाया और 20,000 रुपये की मांग की। साथ ही गर्भ में शिशु की मौत छुपाई गई।

आरोप है कि महिला के गर्भ में शिशु की मौत हो चुकी थी, लेकिन क्लीनिक के डॉक्टरों ने इस बात की जानकारी नहीं दी। जब 2 जनवरी को महिला की हालत गंभीर हो गई, तो धर्मेंद्र अपनी पत्नी को गिलौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए।

पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं

वहां डॉक्टरों ने बताया कि शिशु की मौत हो चुकी है और महिला को जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी। धर्मेंद्र अपनी पत्नी को जिला अस्पताल ले गए, जहां महिला ने मृत बच्ची को जन्म दिया। इस दौरान महिला की जान बचाई जा सकी। मालूम हो कि इसके पूर्व में भी भिनगा कस्बे में संचालित एक प्राइवेट नर्सिंग होम पर गर्भ में पल रहे नवजात शिशु को टुकड़ो में काटकर निकाला गया था और स्वास्थ्य विभाग के काफी प्रयासों के बाद भी महिला को नही बचा पाया था।

आइजीआरएस पोर्टल पर शिकायत के मामले में सीएमओ डा ए के सिंह ने कहा कि जांच कराई जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं था, लेकिन अब जांच की जा रही है।

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