Siddharthnagar News: बेटी बचाओ जन आंदोलन के तहत निकाली गई पदयात्रा, छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर किया भाग
Siddharthnagar News: डॉ. गणेश राख ने बताया कि बेटी बचाओ जन आंदोलन की शुरुआत 3 जनवरी 2012 को पुणे से हुई थी। उन्होंने यह अभियान समाज में बेटियों के प्रति फैली नकारात्मक सोच को बदलने के उद्देश्य से शुरू किया था।;
बेटी बचाओ जन आंदोलन के तहत निकाली गई पदयात्रा (photo: social media )
Siddharthnagar News: बुधवार को मेडिकेयर हॉस्पिटल फाउंडेशन के तत्वावधान में बेटी बचाओ जन आंदोलन के तहत एक भव्य पदयात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा रामलीला मैदान से गुरुनानक अकादमी तक निकाली गई, जिसका नेतृत्व फाउंडेशन के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. गणेश राख ने किया। इस यात्रा में स्थानीय नागरिकों, छात्र-छात्राओं, समाजसेवियों, शिक्षाविदों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
बेटी बचाओ जन आंदोलन की शुरुआत
डॉ. गणेश राख ने बताया कि बेटी बचाओ जन आंदोलन की शुरुआत 3 जनवरी 2012 को पुणे से हुई थी। उन्होंने यह अभियान समाज में बेटियों के प्रति फैली नकारात्मक सोच को बदलने के उद्देश्य से शुरू किया था। उन्होंने बताया कि उनके अस्पताल में लड़की के जन्म पर डिलीवरी का पूरा बिल माफ किया जाता है और बच्ची के जन्म का उत्सव भी मनाया जाता है।
अब तक 3,000 से अधिक मुफ्त डिलीवरी
इस अनोखी पहल के तहत अब तक 3,000 से अधिक बच्चियों की मुफ्त डिलीवरी कराई जा चुकी है। यह आंदोलन भारत ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश, नाइजीरिया और कांगो जैसे देशों तक भी फैल चुका है। वर्तमान में इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए देशभर में 13,000 से अधिक सामाजिक संस्थाएं और 25,000 से अधिक वालंटियर सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं।
समाज में बेटियों के प्रति सोच बदलने का आह्वान
डॉ. गणेश राख ने कहा कि इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज को यह संदेश देना है कि बेटियां अभिशाप नहीं, बल्कि वरदान हैं। आयोजकों का मानना है कि बेटियों को सम्मान और समान अवसर देने के लिए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की जरूरत है, जिसके लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा।
गणमान्य नागरिक रहे उपस्थित
इस अवसर पर नीलम श्रीवास्तव, योगेश, हिना परवीन, दुर्गेश श्रीवास्तव, रिंकू श्रीवास्तव, प्रतीक्षा पांडेय, प्रतीक सिंह सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।