सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के 7वें दीक्षांत समारोह में गवर्नर, बोलीं- युवा शक्ति पर भरोसा, भारत को 2047 तक विकसित देश बनाना है
Siddharth University 7th Convocation: गवर्नर ने आगे कहा, 'आज हमारे देश में नए आईआईटी, आईआईएम का निर्माण हो रहा है। सरकार द्वारा अभूतपूर्व कार्य कर विगत 10 वर्षो में शिक्षा के स्तर को बढ़ाया गया है। आज नये भारत का निर्माण हो रहा है।
Siddharth University 7th Convocation: सिद्धार्थनगर जिले के कपिलवस्तु विधानसभा क्षेत्र स्थित सिद्धार्थ विश्वविद्यालय (Siddharth University) में शुक्रवार (01 दिसंबर) को सातवां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। यूपी गवर्नर आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। केंद्रीय विश्वविद्यालय, गुजरात के प्रो। रामशंकर दुबे मुख्य अतिथि रहे।
दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने विभिन्न विषयों में सर्वोत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाले 46 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और उपाधि देकर सम्मानित किया। साथ ही, विभिन्न स्कूलों के 50 विद्यार्थियों को बैग देकर प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर विवि के 7 शोधार्थियों को विभिन्न विषयों में शोध कार्य पूरा होने पर पीएचडी उपाधि दी गई। जिले के बीएसए देवेंद्र कुमार को परिषदीय स्कूल के छात्रों के ज्ञानवर्धन के लिए 200 किताब कुलाधिपति द्वारा दी गई।
गवर्नर बोलीं- मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने सातवें दीक्षांत समारोह के अवसर पर कहा कि, 'मुझे गर्व की अनुभूति हो रही है। यह बुद्ध की पावन धरती है। मैं इस धरती को प्रणाम करती हूं। यहां गौतम बुद्ध ने विश्व को शान्ति का सन्देश दिया। यह भूमि देश-विदेश के लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है। सातवें दीक्षांत समारोह के अवसर पर स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाले छात्र/छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि, 'आप लोग शिक्षा प्राप्त कर अपने विद्यालय का नाम रोशन करें। आप लोग शिक्षा प्राप्त कर समाज में परिवर्तन ला सकते हैं। अपने माता-पिता से प्रेरणा लेकर आप समाज को आगे बढ़ाने में मदद करें।'
'माता-पिता की सेवा करें'
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने कहा, हम सभी को माता-पिता की सेवा करनी चाहिए। रात-दिन मेहनत कर माता-पिता हमें शिक्षा दिलाते हैं। हमारा दायित्व है कि हम अनन्तकाल तक उनकी सेवा करें। उन्होंने आगे कहा, आज दहेज प्रथा हमारे समाज में एक अभिशाप है। दहेज के लिए बहुओ के साथ मारपीट करते हैं। हमें दहेज नहीं लेना चाहिए। अपनी बहुओं का सम्मान करना चाहिए'।
अब डिग्री ऑनलाइन की गई है
आनंदीबेन पटेल ने कहा, 'नई शिक्षा नीति 2022 (New education policy 2022) लागू होने के बाद से ये पहली बार है जब डिग्री ऑनलाइन की गई है। शिक्षा को आधुनिक बनाया जा रहा है। विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखना चाहिए। वर्ष 2022 में शिक्षा प्राप्त कर चुके छात्र-छात्राओ जिन्हें नौकरी प्राप्त हुई है उनको बधाई।'
आनंदीबेन बोलीं- युवा शक्ति पर भरोसा
गवर्नर ने आगे कहा, 'आज हमारे देश में नए आईआईटी, आईआईएम का निर्माण हो रहा है। सरकार द्वारा अभूतपूर्व कार्य कर विगत 10 वर्षो में शिक्षा के स्तर को बढ़ाया गया है। आज नये भारत का निर्माण हो रहा है। आज का युवा देश का भविष्य है। हमारे देश में युवाओं की कमी नहीं है। आज युवा शक्ति पर भरोसा है। आप लोग देश को आगे बढ़ाने में सहयोग करे और भारत को वर्ष 2047 तक विकसित देश बनाना है।'