हिन्दू समरसता भोज का आयोजन, राघवेन्द्र प्रताप सिंह बोले- ऐसे कार्यक्रम से समाज में फैली कुरीतियां खत्म होती हैं
Siddharthnagar News: राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा, 'हिन्दू समाज एकजुट रहेगा तभी राष्ट्रविरोधी शक्तियां अपने उद्देश्य में सफल नहीं होंगी। हमारी एकजुटता समाज, देश और राष्ट्र के विकास को मजबूती प्रदान करेगी।'
Siddharthnagar News: हिन्दू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Vahini) और धर्म रक्षा मंच के संयुक्त तत्वाधान में राप्ती नदी तट स्थित छठ स्थल पर मंगलवार (16 जनवरी) की दोपहर 'हिन्दू समरसता खिचड़ी भोज' का आयोजन किया गया। समरसता भोज कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व विधायक डुमरियागंज व प्रभारी हियुवा राघवेन्द्र प्रताप सिंह (Raghvendra Pratap Singh) ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया।
'ऐसे आयोजन से समाज में फैली कुरीतियां ख़त्म होती हैं'
राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि, 'व्रत, पर्व एवं त्योहारों के कारण ही सनातन धर्म जीवंत है। इन परंपराओं को चिरकाल तक जीवंत रखना होगा। इसके लिए समरसता भोज आवश्यक है। सिद्धार्थनगर में सहभोज का कार्यक्रम मकर संक्रांति से रविदास जयंती तक आयोजित किया जाता है। सहभोज के आयोजन से समाज में फैली कुरीतियां जैसे- ऊंच-नीच, छुआछूत, आपसी भेदभाव आदि का सफाया होता है। ऐसे आयोजन से समाज में आपसी प्रेम, भाईचारा एवं समरसता बढ़ती है।'
अमीर-गरीब एक साथ बैठ प्रसाद ग्रहण करते हैं
राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने आगे कहा, 'सहभोज कार्यक्रम में अमीर-गरीब एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। इससे सामाजिक एकता की मिसाल पेश होती है। उन्होंने कहा, खिचड़ी समरसता भोज समाज को एक सूत्र में पिरोने का काम करता है। इसलिए सहभोज का आयोजन महत्वपूर्ण है।'
हिन्दू समाज एकजुट रहेगा, तभी...
उन्होंने कहा, 'हिन्दू समाज एकजुट रहेगा तभी राष्ट्रविरोधी शक्तियां अपने उद्देश्य में सफल नहीं होंगी। हमारी एकजुटता समाज, देश और राष्ट्र के विकास को मजबूती प्रदान करेगी। कार्यक्रम में मधुसूदन अग्रहरि, धर्मराज वर्मा, चंद्र प्रकाश चौधरी आदि ने समरसता भोज से होने फायदों को गिनाया।'
कार्यक्रम में ये भी रहे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन नीरा दुबे ने किया। कार्यक्रम के अंत में भारी संख्या में सर्व समाज के लोगों ने एक साथ बैठकर खिचड़ी भोज का आनंद लिया। इस दौरान सभी ने सनातन धर्म और जय श्री राम के नारे लगाए। इस दौरान डॉ सतीश द्विवेदी, डॉ दशरथ चौधरी, नरेंद्र मणि त्रिपाठी, लव कुश ओझा, गौरीशंकर त्रिपाठी, रामकुमार कुंवर, राजेंद्र पांडेय, प्रेम नारायण दुबे, अमरेंद्र त्रिपाठी, दिलीप उर्फ छोटे पाण्डेय, लालजी शुक्ला, पप्पू श्रीवास्तव, नीरा दुबे, विमला पाण्डेय, प्रियंका श्रीवास्तव, संजय मिश्रा, विनय पाठक, शत्रुहन सोनी, रमेश धर द्विवेदी, नीरज मणि त्रिपाठी, विष्णु गिरि, श्याम पाठक आदि सहित भारी संख्या श्रद्धालुगण उपस्थित रहें।