Sitapur News: किसानों पर अवैध कब्जे को लेकर झूठा नोटिस जारी, कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही धरने पर बैठे
Sitapur News: कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही कलेक्ट्रेट में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। और तहसील प्रशासन पर गलत नोटिस जारी करने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए।
Sitapur News: योगी सरकार (Yogi Sarkar) के कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही (Minister of State for Prisons Suresh Rahi) सुबह 10 बजे कलेक्ट्रेट में सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे। और तहसील प्रशासन पर गलत नोटिस जारी करने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गए। कारागार राज्यमंत्री कुर्सी पर बैठे और उनके कार्यकर्ता जमीन पर बैठे। सूचना मिलने पर एसडीएम सदर (SDM Sadar) मौके पर पहुंचे और कारागार राज्य मंत्री की मान-मनौवल में जुट गए। कारागार राज्यमंत्री का आरोप था कि जो नोटिस 107,16 में जारी की गई हैं वह गलत जारी की गई है। इसी को लेकर कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने नाराजगी व्यक्त की।
कारागार राज्य मंत्री की नाराजगी की सूचना जैसे ही डीएम अनुज सिंह को मिली तो डीएम और एसपी तत्काल आधे रास्ते से वापस आए और कलेक्ट्रेट पहुंचे जहां उन्होंने मंत्री को मनाया और वार्ता की। डीएम और एसपी को तहसील दिवस मे जा रहे थे कारागार राज्यमंत्री कि धरने की सूचना मिलते ही आधे रास्ते से वापस आ गए। डीएम और एसपी के समझाने के बाद कारागार राज्यमंत्री मान गए। वहीं जब कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही से अपनी ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठने का सवाल किया गया तो कारागार राज्यमंत्री ने कहा कि वह धरने पर नहीं बैठे थे और मीडिया के सवालों का गोलमोल जवाब देते नजर आए।
अफसर मनमानी कर रहे हैं- कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही
कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही (Minister of State for Prisons Suresh Rahi) ने बताया कि तहसील प्रशासन द्वारा 107-16 की कार्रवाई गलत तरीके से की गई है इस वजह से उन्हें यहां आना पड़ा। और वह इन्हीं सब बातों को लेकर यहां आए थे। कारागार राज्य मंत्री ने कहा कि अफसर मनमानी कर रहे हैं। और गलत तरीके से कार्रवाई करते हैं। वहीं आपको बता दें कि कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही को अपनी ही सरकार के खिलाफ अपना कार्य कराने के लिए थोड़ी देर के लिए धरने पर बैठना पड़ा।
कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने आरोप लगाया कि हरगांव थाना इलाके में पिपरा घूरी एक गांव है जहां के उपप्रधान के द्वारा गांव में बनी गौशाला में बंद जानवरों को रात में छोड़ दिया जाता है। जिसको लेकर गांव के किसानों ने इसको लेकर विरोध किया था और पुलिस को भी इस मामले में तहरीर दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
किसानों पर अवैध कब्जे को लेकर झूठा नोटिस जारी करने का मामला
वहीं दूसरी तरफ आरोप है कि पुलिस में आरोपी को उप प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और किसानों पर अवैध कब्जे को लेकर झूठा नोटिस जारी करा दिया। जिसमें करीब 170 लोगों को नोटिस जारी कर दिया गया। जिसके बाद इस बात की जानकारी कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही को हुई तो वह डीएम से मिलने पहुंचे। डीएम के ऑफिस में ना होने पर ऑफिस के बाहर ही धरने पर बैठ गए।