Sitapur News: साइबर क्राइम गैंग ने पुलिस के सामने उगले ऐसे राज, पुलिस भी रह गई दंग
Sitapur News: फर्जी वेबसाइट के जरिये धोखाधड़ी करने वाले साइबर क्राइम गैंग के 5 अन्तरराज्जीय अपराधी गिरफ्तार।
Sitapur News: सीतापुर में पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान द्वारा जनपद में घटित हो रहे साइबर अपराधों पर नियंत्रण के लिए टीम का गठन कर साइबर क्राइम में संलिप्त अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया है।
जिसके क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी/नोडल अधिकारी साइबर क्राइम एनपी सिंह के निकट पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी अपराध/सहायक नोडल साइबर क्राइम शोभित कुमार, क्षेत्राधिकारी महोली अमन सिंह के नेतृत्व में साइबर क्राइम टीम व थाना महोली की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा फर्जी वेबसाइट-एप के जरिये अज्ञात लोगों द्वारा धोखाधड़ी की घटनाओं का सफल अनावरण करते हुये 05 अन्तरराज्जीय साइबर फ्रॉड्स मोहम्मद सकलैन रजा पुत्र आरीफ खान निवासी पिंक बिल्डिंग प्रेमपुरी दनकौर थाना दादरी जनपद गौतमबुद्धनगर, विनीत कुमार सिंह पुत्र करनपाल सिंह निवासी ई-124 एसोटेक नेक्स्ट क्रासिंग रिपब्लिक थाना क्रासिंग जनपद गाजियाबाद, गौरव त्यागी पुत्र आदेश त्यागी निवासी ग्राम सारा गोविन्दरपुरी थाना निवाड़ी जनपद गाजियाबाद, रितिक कुमार पुत्र महेश कुमार, योगेन्द्र कुमार पुत्र गजराज निवासीगण ग्राम रेव थाना मोठ जनपद झांसी को अढौरी मोड़ बाइपास हाईवे से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
अभियुक्तों के कब्जे से उपरोक्त संदर्भित अभियोगों से सम्बन्धित कुल 29,500-रुपये नगद, 05 अदद एटीएम कार्ड, 15 एन्ड्रॉइड मोबाइल फोन, 01 अदद लैपटाप, 39 प्री एक्टीवेटेड सिम (विभिन्न कम्पनीयों के) व 01 अदद कार डीएल 8सीएवाई 7065 आई20 बरामद हुआ है। बरामद कार को अंतर्गत धारा 207 एमवी एक्ट सीज किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्तों का एक गिरोह है जो बड़ी-बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट जैसे बिग बाजार, वी मार्ट आदि के नाम से फिशिंग वेबसाईट तैयार कर ऐपी के फाईल बनातें है।
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फर्जी फेसबुक खाते बनाकर करते थे ठगी
फर्जी फेसबुक खाते बनाकर फेसबुक ऐड के माध्यम से कैम्पैन चलाते हैं। जिसमें वेबसाईट का लिंक होता है, जिस पर ग्राहक सस्ती दरों पर सामान खरीदने के लिए अपना आर्डर कन्फर्म करते हैं। इस दौरान ग्राहक का नाम पता, मोबाइल नंबर, पेमेंट डिटेल जैसे क्रेडिट-डेबिट कार्ड नंबर, सीवीवी नंबर, एक्सपायरी डिटेल मेल एवं सी पैनल के माध्यम से हासिल कर लेते हैं। ग्राहकों से पेमेंट गेटवे के माध्यम से पैसा फर्जी बैंक खातो में ट्रांसफर कर निकाल लेते हैं। उक्त अभियुक्तों का नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर अपराधिक इतिहास जांच की जा रही है।