दादी की हत्या कर बोला पोता - रात में सोने नहीं देती थी....तो मार दिया
इलाहाबाद के औद्योगिक थाना क्षेत्र के सड़वा कला के प्राइमरी स्कूल के पास मिले महिला के शव का पुलिस ने आज खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार महिला के बेटे
क्या है मामला ?
- औद्योगिक थाना क्षेत्र के सड़वाकला गांव में चार जुलाई की रात एक बुजुर्ग महिला की हत्या उसके ही बेटे और पोते ने मिलकर की थी।
- हत्या के बाद दोनों ने पिता और चाचा के साथ मिलकर पहचान छिपाने के लिए लाश जलाकर गांव के पास फेंक दिया था।
- पुूछे जाने पर आरोपी पोते ने बताया कि उसकी दादी रात में चीखती चिल्लाती थी, जिस कारण वह सो नहीं पाता था और घटना की रात भी दादी चिल्लाने लगी जिसके कारण मेरी नींद टूट गई और गुस्से में मैंने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।
- लाश की शिनाख्त होने के डर से पापा और चाचा के साथ मिलकर उसे जलाकर प्राइमरी स्कूल के पीछे फेंक दिया था।
- आरोपी ने बताया कि दादी की मानसिक स्थिति कुछ ठीक नहीं थी जिसके कारण दादी कोई न कोई बखेड़ा खड़ा कर देती थी।
मामला पांच जुलाई की सुबह सड़वाकला गांव के पास करीब 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की लाश जली अवस्था में मिली थी। उसका गला काटने की कोशिश की गई थी। महिला के शरीर से उसकी उम्र आंकी गई। ग्राम प्रधान प्रेमशंकर यादव ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। पोस्टमार्टम में दांत व बचे कपड़ों के आधार पर लाश की शिनाख्त सड़वाकला निवासी शांति देवी के रूप में हुई। एसपी यमुनापार दीपेन्द्र कुमार चौधरी, सीओ करछना ने एसओ रमेश सिंह यादव व टीम को जांच के निर्देश दिए।
पुलिस ने जब इस महिला की हत्या की तबदीश शुरु की तो पता चला कि शांति देवी की मानसिक स्थिति सही नही थी। पुलिस मामले की जांच कर रही थी कि पुलिस को घर में हत्या से जुड़े कुछ सुराग मिल गए थे, हत्या के बाद से दोनों आरोपी (बेटा और पोता) फरार है।