Sonbhadra News: पत्नी-बेटों के नाम कंपनी खोलकर किया करोड़ों की ठगी, सीएमडी सहित आठ के खिलाफ मुकदमा

Sonbhadra: चिटफंड कंपनी के सीएमडी सहित आठ को भगोड़ा घोषित करते हुए, उनके खिलाफ म्योरपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

Update: 2022-12-26 12:39 GMT

FIR। (Social Media)

Sonbhadra News: निवेशकों से करोड़ों रूपये जमा कराने के बाद उनकी जमा पूंजी लेकर गायब होने के मामले में आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा की तरफ से बड़ी कार्रवाई सामने आई है। चिटफंड कंपनी के सीएमडी सहित आठ को भगोड़ा घोषित करते हुए, उनके खिलाफ म्योरपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। सभी पर परिवार-रिश्तेदारों के नाम कंपनी खोलकर निवेशकों की करोड़ों रुपये पूंजी डकारने का आरोप है।इस मामले में, अनपरा पावर प्रोजेक्ट में जेई के रूप में कार्यरत रहे अमरेश दास और निदेशक के रूप में कार्य कर रहे मृत्युंजय दास को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। जबकि शेष लोग इस मामले में न्यायालय की नोटिस जारी होने के बाद भी गायब हैं। अमरेश की पत्नी भी फरार घोषित आरोपियों में शामिल है।

2015 में दर्ज कराई गई थी एफआईआर

अनपरा के डिबुलगंज में रियल एग्रो इंडस्ट्रीज एंड सर्विसेज लिमिटेज नामक लिमिटेड कंपनी खोलकर अनपरा, शक्तिनगर, म्योपुर, बीजपुर, बभनी क्षेत्र के लोगों से पांच करोड़ से अधिक की रकम जमा कराई गई। देनदारी की बारी आई तो कर्ता-धर्ता कार्यालय पर ताला जड़कर फरार हो गए। इसके बाद निवेशकों और कंपनी के कथित एजेंटों के समूह ने कई बार धरना-प्रदर्शन का सहारा लिया। इसके बाद मामले में 2015 में म्योरपुर थाने में धारा आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई।

2017 में प्रकरण की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा को सौंपी

निदेशक बताए जाने वाले अमरेश दास को अनपरा में गिरफ्तार भी कर लिया गया। मामला अंतर्राज्यीय होने के कारण, शासन की तरफ से 2017 में प्रकरण की जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा को सौंपी। वहां मामले की जांच शाखा की वाराणसी इकाई के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा को सौंपी गई। इंस्पेक्टर वर्मा ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता जाकर, वहां की टीटागढ़ पुलिस के सहयोग से कंपनी के दूसरे निदेशक मृत्युंजय विश्वास की गिरफ्तारी की।

इसके बाद फरार चल रहे सीएमडी सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ धारा 82 सीआरपीसी के तहत सीजेएम की अदालत से नोटिस जारी की गई लेकिन आरोपी हाजिर नहीं हुए। तब मामले में विवेचक इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा की तरफ से सीएमडी सहित आठ के खिलाफ धारा 174ए आईपीसी के तहत म्योरपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई।

इन आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

सीएमडी कमल कुमार विश्वास, उसके पुत्र देव ज्योति विश्वास, ध्रुव ज्योति विश्वास, पत्नी रेखा विश्वास, मृत्युंजय विश्वास की पत्नी रीता विश्वास, अमरेश दास की पत्नी गोपा दास निवासी बाबनपुर लाक गेट पोस्ट बंगाल, सजल हलधर निवासी बानपुर शिशु बहावन, गौतम शाहा निवासी जफरपुर चाल बाजार, 24 परगना उत्तर, पश्चिम बंगाल के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। बता दें कि यह मामला तब दर्ज कराया जाता है, जब कोई किसी बड़े राजपत्रित अधिकारी या न्यायालय के आदेश की अवहेलना करता है। उधर, इंस्पेक्टर सुनील वर्मा ने भी एफआईआर की पुष्टि की। बताया कि न्यायालय के आदेश के बाद भी हाजिर न होने पर, मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई की गई है।

Tags:    

Similar News