Sonbhadra: मां ही कर रही थी नाबालिग बेटी का सौदा, पीड़िता पहुंची कोतवाली तब हुआ मामले का खुलासा

Sonbhadra: नाबालिग लड़की के अपने माता-पिता के साथ रहने से इंकार करने के बाद उसे जिला मुख्यालय ले जाया गया। यहां उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा।

Published By :  aman
Update: 2022-04-23 14:33 GMT

प्रतीकात्मक चित्र 

Sonbhadra Human Trafficking : यूपी के सोनभद्र जिले से शादी की आड़ में सौदेबाजी कर नाबालिग लडकियों को राजस्थान-हरियाणा ले जाने की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही। शनिवार, 23 अप्रैल को जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दुद्धी क्षेत्र में एक मां द्वारा ही राजस्थान के एक व्यक्ति से बेटी के सौदे किए जाने की सूचना मिली। पता चला, कि पीड़िता स्वयं ही दुद्धी कोतवाली पहुंच गई।

जिसके बाद, जिला बाल संरक्षण अधिकारी पुनीत टंडन के निर्देश पर एक टीम दुद्धी पहुंची। टीम ने मामले की जानकारी ली। नाबालिग लड़की के अपने माता-पिता के साथ रहने से इंकार करने के बाद उसे जिला मुख्यालय ले जाया गया। यहां उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। जिसके बाद समिति के निर्देश पर उसे बालिका गृह में भेज दिया जाएगा। 

क्या है मामला? 

महिला सुरक्षा एवं जन सेवा ट्रस्ट की अध्यक्ष सावित्री देवी ने जिला प्रोबेशन विभाग को सूचना दी, कि दुद्धी क्षेत्र में एक 16 वर्षीय लड़की को शादी के बहाने राजस्थान भेजे जाने की तैयारी चल रही है। लड़की की सौदेबाजी की जा रही है। पीड़िता इससे बचने के लिए दुद्धी कोतवाली पहुंची है। जानकारी मिलने के बाद जिला प्रोबेशन अधिकारी-जिला बाल संरक्षण अधिकारी पुनीत टंडन ने तत्काल दुद्धी पुलिस से मामले की जानकारी ली।

'मां कर रही सौदेबाजी, शादी का दबाव' 

इस बीच, महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक साधना मिश्रा और सीमा द्विवेदी, जिला बाल संरक्षण इकाई के नोडल एवं ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे को दुद्धी कोतवाली पहुंचकर मामले की जानकारी लेने तथा नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए। वहां पहुंचने पर टीम को पता चला कि नाबालिग केवाल इलाके की रहने वाली है। उसके द्वारा बताया गया कि उसकी मां राजस्थान के एक व्यक्ति के हाथों उसकी सौदेबाजी कर रही थी। इसके लिए उस पर राजस्थान निवासी व्यक्ति से शादी के लिए दबाव बनाया जा रहा था।

टीम ने माता-पिता को चेतावनी दी  

टीम के लड़की के गांव और उसके घर के आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई। फिर टीम ने पीड़िता के माता-पिता से संपर्क साधा। माता-पिता को बाल-विवाह के अपराध होने तथा इस तरह के मामले के मानव तस्करी के तहत आने की जानकारी देते हुए कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।

लड़की ने घर जाने से किया इंकार 

मगर, पीड़िता ने अपने घर वापस जाने से साफ इंकार कर दिया। नाबालिग का कहना है कि घर पर रहने के दौरान माता-पिता फिर शादी के लिए दबाव बनाएंगे। इसके बाद बाल संरक्षण टीम जरूरी औपचारिकताएं पूरी करते हुए लड़की को जिला मुख्यालय ले गई। बताया जाता है कि, पीड़ित लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। इसके बाद वहां से मिले निर्देश अनुसार उसे बालिका गृह में दाखिला कराया जाएगा। साथ ही, उसके शिक्षा-दीक्षा की व्यवस्था भी कराई जाएगी। 

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