Sonbhadra: चोपन-चुनार रेलखंड पर दोगुनी रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें, पांच स्टेशनों पर इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग बहाल

Sonbhadra Latest News: राबटर्सगंज, लूसा, खैराही, सक्तेशगढ़ के बाद अगोरी खास स्टेशन पर शुक्रवार को इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग की व्यवस्था बहाल कर दी गई है।

Update: 2022-06-10 15:30 GMT

पांच स्टेशनों पर इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग बहाल (फोटो- न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: चुनार-चोपन रेलखंड (Chopan-Chunar Railway Section) पर जल्द ही दोगुनी रफ्तार से ट्रेनों का दौडना शुरू हो जाएगा। राबटर्सगंज, लूसा, खैराही, सक्तेशगढ़ के बाद अगोरी खास स्टेशन पर भी शुक्रवार को इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग (गाड़ियों की गति सीमा 50 किमी से बढ़ाकर 100 किमी प्रति घंटा करने की व्यवस्था बहाल कर ली गई। अब सिर्फ चुर्क को इस अत्याधुनिक ऑटोमेटिक कंप्यूटर सिग्नल प्रणाली से जोड़ा जाना है। चुर्क को जुड़ते ही, चोपन से चुनार के बीच सौ किमी की गति रेलगाड़ियों का दौड़ना शुरू हो जाएगा।

यहीं कारण था कि शुक्रवार की शाम, इस कार्य से जुड़े रेलवे के अधिकारियों को जब इसकी खबर लगी तो वह खुशी से झूम उठे। अब सभी की निगाहें चुर्क स्टेशन की तरफ घुम गई हैं। यहां जुलाई माह तक इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग का कार्य पूरा करने की समय सीमा तय की गई है। गति बढ़ाने का काम करीब-करीब पूरा देख, लोगों द्वारा इस रूट से नई ट्रेनों के संचालन की भी उम्मीद जताई जाने लगी है।


नई इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग की स्थापना का कार्य हुआ पूरा

बताया गया कि अगोरी खास स्टेशन पर हाट स्टैंड बाई के साथ केंद्रीकृत नई इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग की स्थापना का कार्य पूरा कर लिया गया है। बैंकर तथा कैच साइडिंग को भी इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग से युक्त किया गया है। यहां बटन वाले पैनल को हटाकर विजुअल डिस्प्ले यूनिट पैनल लगाया गया है। बेहतर दृश्यता के लिए 43 इंच के डबल विजुअल डिस्प्ले यूनिट लगाए गए हैं। हाट स्टैंड बाई प्रणाली के लागू होने से पहले पैनल में कोई खराबी आने पर परिचालन में व्यवधान उत्पन्न होता था, लेकिन नई प्रणाली में, अगर सिस्टम में खराबी आती है तो दूसरा विजुअल डिस्प्ले यूनिट स्वतः कार्य करना प्रारंभ कर देगी। इससे गाड़ियां विलंबित नहीं होगी।

अगोरी खास-चोपन खंड को सिंगल लाइन ब्लाक पैनल के साथ कमीशन भी किया गया है, जिससे परिचालन में सुविधा रहेगी। इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग रूम आईपीएस और बैटरी रूम में स्वचालित फायर अलार्म सिस्टम भी लगाया गया है। 13 पाइंट मशीन, 14 मुख्य सिग्नल, चार शंट सिग्नल, डबल डिस्टेंट सिग्नल को केंद्रीकृत इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग से जोडा गया है। यहां के दोनों लूप लाईन में ट्रेनों के आगमन और प्रस्थान के लिए ओवर रन की सुविधा प्रदान की गई है। महाप्रबंधक, उत्तर मध्य रेलवे प्रमोद कुमार ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताई और मंडल रेल प्रबंधक प्रयागराज मंडल और उनके टीम की सराहना की है।

वहीं उत्तर मध्य रेलवे के परामशदात्री बोर्ड के सदस्य एसके गौतम ने कहा कि पिछले एक वर्ष में खैराही, सोनभ्रद, लूसा और सक्तेसगढ़ स्टेशनों पर अत्याधुनिक सिग्नल प्रणाली इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग सिस्टम की स्थापना के बाद अगोरी खास स्टेशन पर भी इसकी सुविधा रेल प्रबंधन की एक अहम उपलब्धि है। इससे इस रूट पर जहां ट्रेनों की गति बढ़ने का मार्ग पूरी तरह से प्रशस्त हो गया है। वहीं इस रूट से नए ट्रेनों के परिचालन की भी उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि वर्तमान में जो मालगाड़िया सिंगरौली, शक्तिनगर से चलकर वाया ओबरा डैम, बिल्ली, सलईबनवा, बाईपास रेणुकूट, नगरउंटारी, गढ़वा रोड, डेहरी आनसोन, पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर स्टेशन होते हुए चुनार पहुंच रही हैं, उनका भी इस रूट से दौड़ना शुरू हो जाएगा। इससे जहां कोयला संकट से जूझ रहे पावर सेक्टर को राहत मिलेगी। वहीं मालगाड़ियों के फेरे में 200 किमी की दूरी बचने से रेलवे को बचत भी होगी।

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