Sonbhadra News: बगैर वैध कागजात वाले वाहनों से कोयले की ढुलाई, एनसीएल ने पकड़ी बड़ी गड़बड़ी
Sonbhadra News: पावर कैपिटल कहे जाने वाले अनपरा से शक्तिनगर तक जहां केंद्र और राज्य सेक्टर की कई बिजली परियोजनाएं स्थित हैं, वहीं एनसीएल की पांच खुली कोयला खदानें भी संचालित है।
Sonbhadra News: कोल ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों की आड़ में बगैर वैध कागजात वाले वाहनों से कोयले की ढुलाई का बड़ा खेल सामने आया है। महज अनपरा स्थित लैंको परियोजना की तरफ से 158 वाहनों की सौंपी गई सूची में, 129 वाहनों के कागजातों की वैधता सही न पाए जाने के बाद हड़कंप मच गया है।
एनसीएल खड़िया परियोजना को कोयले की ढुलाई के लिए गेट पास जारी करने को सौंपी गई सूची में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद, बगैर वैध कागजात वाले सभी 129 वाहनों को लेकर आंतरिक पत्र जारी कर दिया गया है। वहीं खड़िया के डिस्पैच अधिकारी और क्षेत्रीय विक्रय अधिकारी को इसकी जानकारी देने के साथ ही, इसके निगरानी की हिदायत दे दी गई है। उधर, एनसीएल मुख्यालय की तरफ से भी मामले को गंभीरता से लिए जाने की बात कही जा रही है। फिलहाल 129 वाहनों से जुड़ा पत्र वायरल होने के बाद हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।
बताते चलें कि पावर कैपिटल कहे जाने वाले अनपरा से शक्तिनगर तक जहां केंद्र और राज्य सेक्टर की कई बिजली परियोजनाएं स्थित हैं। वहीं एनसीएल की पांच खुली कोयला खदानें भी संचालित है। इन खदानों से हर दिन लाखों टन कोयला रेल रैक के साथ ही सड़क मार्ग से भी परियोजनाओं और कोयला मंडियों को जाता है। बताते हैं कि किसी ने बगैर वैध कागजात वाले वाहनों से कोयला ढुलाई की जानकारी खड़िया परियोजना प्रबंधन को दी तो हड़कंप मच गया। इसके क्रम में लैंको की तरफ से गत 29 जुलाई को सौंपी गई 158 वाहनों की सूची की परिवहन विभाग की वेबसाइट पर जाकर जांच की गई तो पता चला कि इसमें 129 वाहन ऐसे हैं, जिसकी वैधता सही नहीं है।
इन ट्रांसपोर्टिंग कंपनियों के वाहनों के कागजात गड़बड़
खड़िया कोल परियोजना के उप प्रबंधक कार्मिक-सुरक्षा की तरफ से डिस्पैच अधिकारी और क्षेत्रीय विक्रय अधिकारी को भेजे पत्र में बताया गया है कि कंडोई ट्रांसपोर्ट के 44 वाहनों के कागजात गड़बड़ पाए गए हैं। श्री ट्रांसपोर्ट के 30, यूनाइटेड ट्रांसपोर्ट के 55 वाहन के दस्तावेजों की वैधता सही नहीं पाई गई है। उल्लेखनीय है कि 2009 में कोयला तस्करी के सिंडीकेट को लेकर की गई सीबीआई छापेमारी के समय कोयला परिवहन से जुड़ी एक ट्रांसपोर्टिंग कंपनी ने खासी सुर्खियां बटोरी थी।
फिटनेस के फर्जीवाड़े से भी जुड़ा बताया जा रहा प्रकरण
चर्चाओं की मानें तो यह खेल फिटनेस के फर्जीवाड़े से भी जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि सप्ताह में एक दिन बीना में कैंप लगाकर प्राइवेट व्यक्तियों के जरिए वाहनों के फिटनेस की कोरमपूर्ति की जाती है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की तरफ से परिवहन विभाग के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर जहां इस खेल की जानकारी दी जा चुकी है। वहीं इसके लिए निर्धारित फीस आठ सौ से दो हजार की जगह पांच से आठ हजार रुपये वसूली की शिकायत भी की जा चुकी है। प्राइवेट व्यक्तियों के जरिए फिटनेस की कोरमपूर्ति को लेकर वीडियो भी वायरल हो चुका है। बावजूद इसको लेकर जहां अभी तक प्रभावी कार्रवाई सामने नहीं आ सकी है। वहीं खड़िया परियोजना के सत्यापन में, वाहनों के दस्तावेजों की वैधता पर खड़े हुए सवाल ने हड़कंप मचाकर रख दिया है।
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव का आरोप, संचालित हो रहा बड़ा रैकेट
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अंकुश कुमार दूबे ने इसको लेकर बड़ा रैकेट संचालित होने का आरोप लगाया है। कहा कि एनसीएल के सभी कोल परियोजनाओं से बगैर कागजात वाले वाहनों से कोयले की ढुलाई कराई जा रही है। एनसीएल प्रबंधन और जिला प्रशासन से मांग की है कि इसकी विस्तृत जांच कर इससे जुड़े रैकेट का पर्दाफाश किया जाए और इसमें जो भी शामिल हों, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उधर, खड़िया जीएम राजीव कुमार का सेलफोन पर कहना था कि मामले को देखवाया जा रहा है। जो भी नियमानुसार होगा, उसके अनुरूप कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं लैंको यूनिट हेड संदीप गोस्वामी का सेलफोन पर कहना था कि वाहनों के सभी कागजात सही और वैध हों, इसकी जिम्मेदारी ट्रांसपोर्टर की है। अगर कोई ट्रांसपोर्टर गड़बड़ करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, कागजात में कमी होने की जानकारी सामने आई है। जिसको लेकर ट्रांसपोर्टरों को सही कागजात प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है। वहीं एआरटीओ प्रशासन पीएस राय का कहना था कि वह लैंको को नोटिस जारी कर, बगैर वैध कागजात वाले वाहनों की जानकारी मांगेंगे। जो जानकारी आएगी उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।